जदयू और लोजपा के बीच सीट शेयरिंग के बाद BJP में सियासी पारा चढ़ा, टिकट को लेकर नेता बेचैन
By एस पी सिन्हा | Published: December 30, 2018 07:16 PM2018-12-30T19:16:30+5:302018-12-30T19:16:30+5:30
भाजपा और जदयू 17-17 तथा लोजपा छह सीटों पर चुनाव लडेगी. सूत्रों के अनुसार भाजपा किन-किन सीटों पर चुनाव लडेगी, इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है. भाजपा का अभी 22 सीटों पर कब्जा है.
राजग के तीनों घटक दलों भाजपा, जदयू और लोजपा के बीच सीट शेयरिंग के औपचारिक एलान के बाद भाजपा में सियासी पारा चढ़ गया है. सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद यह तय हो गया है कि भाजपा के मौजूदा पांच सांसदों का टिकट कट जायेगा. दरभंगा की सीट जदयू के खाते में जायेगी और पटना साहिब की सीट पर भाजपा का ही उम्मीदवार होगा.
यहां बता दें कि भाजपा और जदयू 17-17 तथा लोजपा छह सीटों पर चुनाव लडेगी. सूत्रों के अनुसार भाजपा किन-किन सीटों पर चुनाव लडेगी, इसका ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है. भाजपा का अभी 22 सीटों पर कब्जा है. इसमें बेगूसराय के सांसद भोला सिंह का निधन हो गया है, जबकि पटना साहिब के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और दरभंगा के सांसद कीर्ति आजाद पार्टी से नाराज हैं.
आजाद पार्टी से निष्कासित भी हैं. चर्चाओं पर यकीन करें तो भाजपा के कुछ मौजूदा सांसद जदयू के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ सकते हैं. सीट शेयरिंग के औपचारिक एलान के बाद भाजपा में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. इस कारण कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. सभी की जुबान पर एक ही बात चल रही है कि वो 17 सीटें कौन-कौन होंगी?
बताया जा रहा है कि भाजपा ने उन सीटों का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है, जिस पर वह लडना चाहती है. जल्द ही बिहार के प्रमुख नेताओं की अरुण जेटली के साथ बैठक होगी, जिसमें सीटों पर अंतिम निर्णय हो जायेगा. बताया जा रहा है कि खरमास के बाद सीटों के नामों का भी औपचारिक एलान हो जायेगा.
चर्चा है कि पटना साहिब, पाटलिपुत्र, भागलपुर, कटिहार, शिवहर, छपरा, सीवान, गया, बक्सर, बेगूसराय और नवादा में से कोई एक, खगडिया, अररिया, आरा और औरंगाबाद में कोई एक, मोतिहारी, मधुबनी, उजियारपुर. इन सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार होंगे. जबकि अभी भाजपा की मौजूदा सीटें हैं- वाल्मीकि नगर, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, मोतिहारी, मधुबनी, दरभंगा, झंझारपुर, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, छपरा, महाराजगंज, सीवान, उजियारपुर, बेगूसराय, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, औरंगाबाद, गया, नवादा.
लेकिन, अब सीटों घटने से भाजपा के अंदर बेचैनी देखी जा रही है. न केवल जीते हुए सांसद बल्कि वैसे भी उम्मीदवार परेशान हैं, जो पिछली बार दूसरे नंबर पर रह गये थे. ऐसे में अब उनका भी टिकट कटा स्पष्ट तौर पर देखा जा रहा है. ऐसे में जानकारों का मानना है कि सीटों का ऐलान होते हीं भाजपा में भी भगदड मचने की प्रबल संभावना है.