बिहार विधानसभा चुनावः सुशांत केस बनेगा मुद्दा, भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को बनाया प्रभारी!
By भाषा | Published: August 14, 2020 07:39 PM2020-08-14T19:39:37+5:302020-08-14T19:51:05+5:30
भाजपा सूत्रों ने कहा कि फड़नवीस को पार्टी नेतृत्व ने चुनावी तैयारियों के लिए चुना है और उन्होंने हाल ही में पार्टी की बिहार कोर कमेटी की एक बैठक में भाग लिया था।
नई दिल्लीः महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फड़नवीस बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अपनी पार्टी की तैयारियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
राज्य में भगवा गठबंधन में कुछ मतभेद की खबरों के बीच इसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है। भाजपा सूत्रों ने कहा कि फड़नवीस को पार्टी नेतृत्व ने चुनावी तैयारियों के लिए चुना है और उन्होंने हाल ही में पार्टी की बिहार कोर कमेटी की एक बैठक में भाग लिया था।
भाजपा के एक सूत्र ने कहा, "उन्होंने अपना काम पहले ही शुरू कर दिया है और वह सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उनकी जिम्मेदारी के बारे में औपचारिक घोषणा पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा द्वारा बाद में की जा सकती है।" भाजपा के दो सहयोगी दलों, चिराग पासवान नीत लोक जनशक्ति पार्टी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत जनता दल (यूनाइटेड) के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसे में भाजपा का यह कदम अहम है।
सूत्रों के अनुसार, लोजपा ने भाजपा नेतृत्व को अवगत कराया है कि उसके द्वारा उठाए गए मुद्दों से जिस तरीके से निपटा गया है, वह उससे खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि हाल ही में चिराग पासवान ने नड्डा से मुलाकात की थी और कई मुद्दों पर बातचीत की थी।
भाजपा अपने दोनों सहयोगियों के बीच संतुलन के लिए प्रयासरत रही है और उसने पहले ही घोषणा कर दी है कि कुमार राजग की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव अब तक बिहार मामलों के लिए पार्टी के मुख्य व्यक्ति थे। वह राज्य के लिए भाजपा प्रभारी भी हैं।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा किए जाने के बाद फड़नवीस को बिहार चुनाव प्रभारी बनाया जा सकता है। भाजपा अपने प्रमुख नेताओं को राज्य चुनावों की जिम्मेदारी सौंपती रही है। यादव पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रभारी थे।
दिवंगत भाजपा नेता अनंत कुमार 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रभारी थे। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर बिहार और महाराष्ट्र सरकार ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं। सुशांत के गृह राज्य बिहार में इस मुद्दा ने भावनात्मक रूप ले लिया है।