बिहार विधानसभा चुनावः खींचतान जारी, जदयू ने कहा-समय पर इलेक्शन, तेजस्वी यादव बोले-नहीं होने दूंगा
By एस पी सिन्हा | Published: July 15, 2020 06:38 PM2020-07-15T18:38:27+5:302020-07-15T18:38:27+5:30
वार, पलटवार का दौर जारी है. जदयू ने अब और राजनीतिक दलों पर पलटवार किया है, जो चुनाव स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. इस तरह से बिहार में समय पर विधानसभा चुनाव हो या नहीं इसे लेकर बयानबाजी तेज होती जा रही है.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव को वक्त पर कराने के लिए राजनीतिक दलों में तकरार जारी है. एक ओर जहां बिहार में हर कीमत पर वक्त पर विधानसभा चुनाव कराने को तैयार जदयू इससे पीछे हटने को तैयार नही है, वहीं, राजद इसे टालने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.
ऐसे में वार, पलटवार का दौर जारी है. जदयू ने अब और राजनीतिक दलों पर पलटवार किया है, जो चुनाव स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. इस तरह से बिहार में समय पर विधानसभा चुनाव हो या नहीं इसे लेकर बयानबाजी तेज होती जा रही है.
दरअसल, कई विपक्षी दल आयोग से यह मांग कर रहे हैं कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए विधानसभा चुनाव स्थगित कर दिए जाएं जबकि जदयू को यह बात नागवार गुजर रही है. जबकि बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खूंटा गाड़ दिया है.
विधानसभा चुनाव परंपरागत तरीके से कराए जाने की बात तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से कही
विधानसभा चुनाव परंपरागत तरीके से कराए जाने की बात तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से कही है. वहीं, जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने विधानसभा चुनाव स्थगित किए जाने की संभावना हो पर एतराज जताया है. उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण के बीच साउथ कोरिया, पोलैंड और सिंगापुर में चुनाव कराए गए हैं.
इन देशों में रिकॉर्ड 68 फीसदी तक वोटिंग हुई है, तो बिहार में चुनाव क्यों नहीं कराए जा सकते हैं? त्यागी ने कहा है कि श्रीलंका और बुरुंडी के साथ-साथ कई अन्य देशों में चुनावी प्रक्रिया का दौर जारी है. अमेरिका जैसे देश में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 3 नवंबर को मतदान होना है.
उन्होंने कहा है कि अमेरिका में 6 राज्यों के अंदर चुनाव के लिए मतदान का काम पूरा हो चुका है. राष्ट्रपति पद के दोनों उम्मीदवार लगातार जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं. ऐसे में बिहार में चुनाव क्यों नहीं कराया जा सकता? इस बीच, तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में कोरोना के कारण लोग परेशान हैं.
बडे़ से बडे़ अधिकारियों की मौत अस्पताल के चौखट पर हो रही है
बडे़ से बडे़ अधिकारियों की मौत अस्पताल के चौखट पर हो रही है, लेकिन बावजूद इसके सरकार चुनाव पर टकटकी गड़ाए बैठी है कि चाहे जो भी हो चुनावों के तो परंपरागत तरीके से ही होंगे. उन्होंने कहा है कि जब कोरोना काल से कोई खतरा नहीं है, तो परंपरागत चुनाव कराने में क्या हर्ज है? अगर वाकई कोरोना काल से लोगों को डर है तो फिर चुनाव का सवाल ही पैदा नहीं होता है.
तेजस्वी यादव ने कहा कि आज बिहार में एक बार फिर से लॉक डाउन की घोषणा की गई है. हालात बताते हैं कि कोरोना संक्रमण में बिहार की जनता को कितना सुरक्षित कर दिया है? लेकिन इसके बावजूद सरकार सबकुछ सामान्य दिखाने की कोशिश कर रही है कि सरकार चाहे जितने भी कोशिश कर ले लेकिन चुनाव को लेकर स्टैंड तहे दिल से एक ही है.
वहीं ,जानकारों की अगर मानें तो जदयू को यह लग रहा है कि कहीं कोरोना का हाल का हवाला देकर बिहार में विधानसभा चुनाव स्थगित ना कर दिया जाए अगर ऐसा हुआ तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी चली जाएगी और बिहार में राष्ट्रपति शासन लग सकता है.
यही वजह है कि जदयू अब खुलकर और राजनीतिक दलों पर हमला बोल रहा है, जो चुनाव स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. शायद यही कारण है कि त्यागी ने कहा है कि जिन्हें हार का डर है, वहीं चुनाव को स्थगित करने की बात कर रहे हैं.