राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018: 3 महीने में बने 9 नए राजनीतिक दल, आखिर क्या है मकसद?
By भाषा | Published: October 18, 2018 02:19 PM2018-10-18T14:19:49+5:302018-10-18T14:19:49+5:30
निर्वाचन आयोग की जानकारी के अनुसार, इस साल 20 जून से लेकर 26 सितंबर तक की अवधि में उसने देश भर में कुल 58 नये राजनीतिक दलों का पंजीकरण किया है। इनमें से नौ केवल राजस्थान से ही हैं।
राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों की सरगर्मियां तेज होने के साथ ही नये राजनीतिक दल भी अस्तित्व में आने लगे हैं। बीते तीन महीने में ही नौ ऐसे राजनीतिक दल पंजीकृत हुए हैं जिनका मुख्यालय राजस्थान में है। इसके साथ ही कम से कम पांच और राजनीतिक दल फिलहाल पंजीकरण की प्रक्रिया में हैं।
निर्वाचन आयोग की जानकारी के अनुसार, इस साल 20 जून से लेकर 26 सितंबर तक की अवधि में उसने देश भर में कुल 58 नये राजनीतिक दलों का पंजीकरण किया है। इनमें से नौ केवल राजस्थान से ही हैं।
इस दौरान घोषित रूप से राजस्थान के लिए बने नये राजनीतिक दलों में ग्रीन पार्टी ऑफ इंडिया (जयपुर), राजस्थान अतुल्य युवा पार्टी (जयपुर), राजस्थान किसान पार्टी (डीग, भरतपुर), पंच पार्टी (करौली), अभिनव राजस्थान पार्टी नागौर, भारतीय जनसत्ता पार्टी (सीकर), सर्वशक्ति दल (जयपुर) और भारत वाहिनी पार्टी (जयपुर) शामिल हैं। निर्वाचन आयोग ने इन दलों का पंजीकरण कर दिया है।
वहीं राजस्थान के पते वाले लगभग आधा दर्जन राजनीतिक दल इस समय निर्वाचन आयोग में पंजीकरण की प्रक्रिया में है और आयोग ने हाल ही में इनको लेकर लोगों से आपत्तियां मांगी थी। इन इन दलों में भारतीय जनतांत्रिक पार्टी (बगरू), जय अंबडेकर सेना (भारत) (धोलीपाल, हनुमानगढ़), राजस्थान नवनिर्माण पार्टी जोधपुर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (नागौर) तथा विकास मंच (नोखा) है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 29 ए के तहत नये राजनीतिक दल का पंजीकरण करवाया जा सकता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नये पार्टियों के पंजीकरण से यही संकेत मिलता है दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार और अधिक राजनीतिक दल अपना भाग्य आजमाएंगे।
विधानसभा चुनाव 2013 में थे 2096 उम्मीदवार
पिछले विधानसभा चुनाव (2013) में छह राष्ट्रीय दलों के साथ साथ दस राज्य स्तरीय दलों तथा 40 पंजीकृत लेकिन गैर मान्यता प्राप्त दलों ने भाग्य आजमाया था। कुल मिलाकर 200 विधानसभा सीटों के लिए 2096 उम्मीदवार आखिर तक मैदान में डटे रहे जिनमें 166 महिला प्रत्याशी शामिल हैं। इसके अलावा, बड़ी संख्या में निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे। इस बार यह संख्या और अधिक रहने का अनुमान है।
जाट नेता तथा खींवसर के विधायक हनुमान बेनीवाल 29 अक्टूबर को नये दल की घोषणा करेंगे। घनश्याम तिवाड़ी पहले ही भारत वाहिनी के साथ चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके हैं। अभिनव राजस्थान पार्टी भी जोर शोर से प्रचार में लगी है।