गुवाहाटीः असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को कहा कि वह अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे। सरमा ने कहा, ''चुनाव में मेरी भूमिका अपनी पार्टी के लिए और अपने राज्य के लिए जो कुछ भी कर सकता हूं, उसमें योगदान करने तक सीमित रहेगी।''
उन्होंने कहा कि मेरी एकमात्र इच्छा 100 से अधिक सीटों के साथ भाजपा सरकार बनते देखना है। मंत्री ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, '' जैसा कि मैंने पहले ही कई सार्वजनिक मंचों पर संकेत दिया है कि मुझे अगला विधानसभा चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है, मैं जो भी अपनी पार्टी और राज्य के लिए योगदान दे सकता हूं, मेरी भूमिका वहीं तक सीमित रहेगी।''
सरमा गुवाहाटी के जलुकबरी विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2001 से चार बार के विधायक हैं। उन्होंने भाजपा में आने से पहले कांग्रेस के टिकट पर तीन बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया और 2016 में भगवा दल के टिकट पर भी जीत दर्ज की। असम विधानसभा चुनाव अप्रैल 2021 में होना प्रस्तावित है।
असम की भाजपा सरकार से दो- दो हाथ करने एक और क्षेत्रीय दल उभरकर सामने आया
असम में अगले साल विधानसभा में भाजपा सरकार से दो-दो हाथ करने के लिए मंगलवार को एक नया क्षेत्रीय दल उभरा। सूत्रों ने बताया कि संयुक्त आचंलिक दल, असोम नामक इस पार्टी का गठन तेजपुर में सामाजिक संगठन आंचलिकताबाद सुरक्षा मंच द्वारा आयोजित जन सम्मेलन में किया गया। उसमें राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार जाहनु बरुआ समेत कई जाने माने नागरिकों ने हिस्सा लिया।
सूत्रों के अनुसार जन सम्मेलन के बाद बंद कमरे में कई घंटे तक चली चर्चा के बाद पार्टी का नाम तय किया गया। आंचलिकताबाद सुरक्षा मंच के संयोजक अरूप बारबोरा ने संवाददाओं को बताया कि नयी पार्टी की औपचारिक घोषणा बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में की जाएगी और यह सत्ता से भाजपा जैसी ‘सांप्रदायिक शक्ति’ को हटाने के लिए समान विचारधारा वाले क्षेत्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम करेगी।
बाद में कहा, ‘‘ निर्णय ले लिया गया है। हम कल इसकी घोषणा करेंगे।’’ संयुक्त आचंलिक दल, असोम हाल के समय में गठित तीसरा क्षेत्रीय राजनीतिक संगठन है जिनका लक्ष्य राज्य की भाजपा सरकार से दो- दो हाथ करना है।