बीते पांच दिनों में दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने नाटकीय तौर पर अपने पुराने राजनैतिक आरोपों के लिए राजनेताओं से मांफी मांगनी शुरू की है। उन्होंने बीते 16 मार्च को सबसे पहले शिरोमणि अकाली दल के विधायक व महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया को माफीनामा पत्र लिखा था। रविवार को उन्होंने केंद्रीय नितिन गडकरी, पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल व उनके बेटे अमित सिब्बल से भी माफी की गुहार लगाई।
बिक्रम सिंह मजीठिया पर केजरीवाल ने नशीले पदार्थों के कारोबार में लिप्त रहने का आरोप लगाया था। जबकि उन्होंने देश के सबसे भ्रष्ट लोगों की एक सूची बनाई थी, जिसमें उन्होंने नितिन गडकरी का नाम भी लिया था। इस पर नितिन गडकरी ने केजरीवाल पर मानहानि का मुकदमा दायर किय था। साथ ही कपिल सिब्बल और उनके बेटे पर केजरीवाल ने 2013 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 'शक्ति के दुरुपयोग' का आरोप लगाते हुए लाभ उठाने की बात कही थी। इन तीनों ही मामलों में केजरीवाल ने माफी मांगी है।
हालांकि माफीनामे के हालिया मामले केजरीवाल के लिए नये नहीं हैं। वे इससे अगस्त, 2017 में भी एक राजनेता से माफी मांग चुके हैं। तब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता अवतार सिंह भड़ाना से उन पर लगाए गए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लिए माफी मांगी थी।
भारतीय राजनीति के इतिहास में आरोप-प्रत्यारोप मुख्यधारा की राजनैतिक विषय है। कई बार यह आमजन के असल मुद्दों पर भारी पड़ता है। आरोपों के मद्देनजर कई चुनावों की जीत-हार तय हुई। भले वे आरोप बाद में पूरी तरह से खारिज हो गए हों। इसके बावजूद किसी राजनेता को अपने बयानों के लिए इस तरह माफी मांगते नहीं देखा गया था। केजरीवाल ऐसा करने वाले पहले नेता हैं।
हालांकि केजरीवाल की तीनों माफियों में एक खास तरह की समानता है। उन्होंने अभी तक उन्हीं तीनों मामलों में माफी मांगी है, जो मामले न्यायालय में चल रहे हैं। संभवतः वह कोर्ट-कचहरी से उबरना चाह रहे हो। नहीं तो उनके आरोपों की सूची लंबी है। उन्हें इन लोगों से भी माफी मांगनी पड़ेगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली पर केजरीवाल के भ्रष्टाचार के आरोप
वित्त मंत्री अरुण जेटली पर अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं। तब केजरीवाल ने जेटली पर बतौर दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) प्रेसिडेंट घोटाला और चयन में अनियमितता के आरोप लगाए थे। इस मामले में जेटली ने केजरीवाल समेत पांच आप नेताओं पर सिविल व आपराधिक मानहानि के मुकदमे दायर किए थे। मामले में पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी भी केजरीवाल को माफी मांगने की सलाह दे चुके हैं।
AAP पर 30 मामले और हैं, हम सबका निपटारा करेंगेः सौरभ भारद्वाज
आम आदमी पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज के अनुसार उनके मुखिया अरविंद केजरीवाल पर अब भी दर्जनभर से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें खासतौर पर मानहानि, चुनाव प्रचार के दौरान होर्डिंग/पोस्टर लगाना, धारा 144 का उल्लंघन, दिल्ली में प्रदर्शन आदि। यह मामले महाराष्ट्र, गोवा, वाराणसी, अमेठी, पंजाब, असम आदि जगहों पर दर्ज कराए गए हैं। इनमें से ज्यादातर मामलों में केजरीवाल को कोर्ट में मौजूद रहना होता है। इससे हमारे कामकाज पर असर पड़ता है।
हालांकि सौरभ का यह भी कहना है कि इनमें ज्यादातर मामले राजनीति से प्रेरित हैं। और यह हमारे विरोधियों ने हमें परेशान करने के लिए दर्ज कराए हैं। फिलहाल पार्टी ने आपसी सहमति से ऐसे सभी मामलों के निपाटारे का फैसला लिया है। यह पार्टी की लीगल टीम की सलाह पर किया जा रहा है। क्योंकि इन मामलों के चलते कई विधायकों, मंत्रियों को कई जरूरी दिनों में कोर्ट के चक्कर लगाने होते हैं। ऐसे में पहले से ही संसाधनों आदि की कमी से गुजर रही पार्टी अब कोर्ट-कचहरी का अधिक चक्कर लगाने में अपनी ऊर्जा नष्ट नहीं करनी चाहती।