नई दिल्ली, 25 फरवरी: दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के संग हुई कथित मारपीट मामले में पुलिस मुख्यमंत्री आवास से बरामद सीसीटीवी फुटेज की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से पुलिस सीसीटीवी फुटेज को देख नहीं देख पाई है। पुलिस के मुताबिक घटना के समय मुख्यमंत्री आवास पर जनकपुरी के पूर्व विधायक राजेश ऋषि, वजीरपुर के पूर्व विधायक राजेश गुप्ता, किराड़ी के विधायक ऋतुराज गोविंद, कस्तूरबा नगर के पूर्व विधायक मदन लाल, जंगपुरा के पूर्व विधायक प्रवीण कुमार, संगम विहार के विधायक दिनेश मोहनिया और बुराड़ी के पूर्व विधायक संजीव झा मौजूद थे। पुलिस अपनी कार्रवाई के लिए पुख्ता सबूत इक्कठा करना चाहती है।सलाहकार वीके जैन की अदालत में घटना के बारे में स्वीकारोक्ति के बाद पुलिस के पास दूसरा सबूत सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ही होगी।
मंगलवार को आई अंशु प्रकाश की मेडिकल रिपोर्ट में उनके संग मारपीट होने की पुष्टि हुई थी। आम आदमी पार्टी अंशु प्रकाश द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताती रही है। वहीं मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर कथित हमले में अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन अलग-अलग बयान दे रहे हैं। वीके जैन ने कहा है कि उन्होंने 19 फरवरी को मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ मारपीट होते हुए देखा है। पुलिस से बात करते हुए वीके जैन ने कहा कि उन्होंने अंशु प्रकाश का चश्मा गिरते देखा था। इससे पहले वीके जैन ने बयान दिया था कि वो मीटिंग में मौजूद थे लेकिन जब ये घटना हुई तब वो वॉशरूम में थे।
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बता दें कि आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों द्वारा दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ की गई बदसलूकी मामले में आरोपी विधायक अमानतुल्ला खान को जामिया नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस आप के विधायक प्रकाश जरवाल को भी गिरफ्तार कर चुकी है।