Photos: दिवाली और माता लक्ष्मी से जुड़ी इन मान्यताओं को जानकर रह जाएंगे हैरान

By ललित कुमार | Published: November 6, 2018 04:32 PM2018-11-06T16:32:28+5:302018-11-06T16:32:28+5:30

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कल यानि 7 नवम्बर को पूरे भारत देश में दिवाली का यह त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है शाम के वक़्त सभी लोग एक दूसरे के घर जाकर उनगे मिठाइयां देते हैं लेकिन आज हम आपको दिवाली और माता लक्ष्मी से जुड़ी कुछ मान्यताओं व परंपराओं के बारे में बताने जा रहे हैं।

दिवाली के दिन सभी धन की देवी लक्ष्मी की पूजा अराधना करते हैं इस दिन खील-बताशे का प्रसाद का प्रसाद दिया जाता है और पूजा के समय खील-बताशों का प्रसादं माता लक्ष्मी को चढ़ाया जाता है।

दिवाली के दिन नदी-तालाबों में दीपदान काफी शुभ माना जाता है शास्त्रों के अनुसार दीपदान करने से नर्क के दर्शन नहीं होते हैं और दीपदान करने का यह संकेत भी होता कि ऐसा करने से हमारे जीवन में ज्ञान और धर्म का उजाला भी होगा।

कभी इस बात पर गौर किया है कि धन की देवी लक्ष्मी माता कमल पर ही क्यों विराजमान होती हैं, इसका यह संदेश है कि कमाल भले ही कीचड़ में खिलता है लेकिन वह उस की गंदगी से परे है, उस पर गंदगी हावी नहीं हो पाती। इसके अर्थ यह है कि कीचड़ जैसे बुरे समाज में भी कमल की तरह निष्पाप रहे और खुद पर किसी भी तरह की बुराई को हावी ना होने दें।

माता लक्ष्मी धन की देवी होते हुए भी भगवान विष्णु के चरणों में ही निवास करती हैं इसका कारण यह है कि भगवान विष्णु को कर्म व पुरुषार्थ का प्रतीक माना जाता है और माता लक्ष्मी उन्हीं के यहां निवास करती हैं जो विपरीत परिस्थितियों में भी पीछे नहीं हटते और कर्म व अपने पुरुषार्थ के बल पर विजय प्राप्त करते हैं जैसे कि भगवान विष्णु।