1 / 5बसंत पंचमी पर्व 5 फरवरी, शनिवार को है। बसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती कमल पर विराजमान होकर हाथ में वीणा लेकर और पुस्तक धारण करके प्रकट हुई थीं, यही कारण है कि बसंत पंचमी के दिन वीणा वादिनी की आराधना होती है। मां को इस दिन पीले रंग के वस्त्र, पीले पुष्प, गुलाल, अक्षत, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित किए जाते हैं। बसंत पंचमी के दिन मां को प्रसन्न करने के लिए सरस्वती वंदना और सरस्वती मंत्रों का जाप अवश्य करें। आइए जानें।2 / 5मां सरस्वती की आराधना के समय सरस्वती वंदना का पाठ जरूर करना चाहिए।3 / 5जिन भक्तों पर मां शारदे कृपा बरसाती हैं उन्हें कला, संगीत और शिक्षा के क्षेत्र में बेशुमार सफलता मिलती है।4 / 5मां सरस्वती की वंदना का महत्व प्राचीन काल से ही भारतीय समाज में रहा है। यही कारण है कि उनकी वंदना के ज्यादातर स्लोक संस्कृत में हैं।5 / 5बसंत पंचमी के दिन मां को जल्दी प्रसन्न करने के लिए सरस्वती वंदना और सरस्वती मंत्रों का जाप अवश्य करें।