जयंती विशेष: लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार आज भी कमजोर मन में फूंक देते हैं प्राण, तस्वीरों में जानें

By रोहित कुमार पोरवाल | Published: October 31, 2019 07:20 AM2019-10-31T07:20:43+5:302019-10-31T07:20:43+5:30

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भारत के महान स्वंतत्रता सेनानी, पहले उप-प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश को एक धागे में पिरोने का जो महान उपकार किया, उसका ऋण देशवासी कभी नहीं चुका सकेंगे।

सरदार पटेल ने साढ़े पांच सौ से ज्यादा रियासतों में बंटे भारत को एक किया था। उन्होंने अपनी समझबूझ से तमाम रियासतों का भारत में विलय कराया था।

सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नडियाद में हुआ था।

एक प्रखर राजनेता के अलावा सरदार पटेल एक मशहूर वकील भी थे।

सरदार पटेल को भारत का लौह पुरुष भी कहा जाता है। उनके विचार आज की युवा पीढ़ी के लिए वरदान सरीखे हैं।

अंग्रेजों से भारत को आजाद कराने में सरदार पटेल का महान योगदान था।

गुजरात के नर्मदा जिले में सरदार पटेल की याद में उनकी गगनचुंबी प्रतिमा बनाई गई है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष उनकी 143वीं जयंती के मौके पर किया था।

गुजरात में बनी सरदार पटेल की प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, जिसकी ऊंचाई 182 मीटर है।