1 / 7चक्रवाती तूफान 3 मई की सुबह ओडिशा के पुरी जिले में समुद्री तट से टकरा गया। जानकारों के अनुसार तूफान के ओडिशा समुद्री तट से टकराते समय हवा की रफ्तार करीब 200 किमी प्रति घंटा रही।2 / 7 इस तूफान के मद्देनजर पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया था। मछुआरों को समुंद्र में नहीं जाने और लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई थी।3 / 7तूफान के प्रचंड स्वरूप को देखते हुए काफी पहले से ही इसके लिए राहत और बचाव कार्य शुरू हो गये थे। तूफान के पहुंचने से पहले ओडिशा में राज्य सरकार ने 11 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। एनडीआरएफ समेत भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना भी लोगों की मदद में जुटे हैं।4 / 7तूफान के कारण प्रभावित इलाकों में भारी बारिश हो रही है। साथ ही तेज हवा भी चल रही है।5 / 7तूफान के कारण प्रभावित इलाकों में यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रेलवे ने बताया है कि करीब 223 ट्रेनों को रद्द किया गया है जबकि प्रभावित क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए तीन विशेष ट्रेन सेवा में लगाई गई हैं।6 / 7अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ की वजह से ओडिशा के अनुमानित तौर पर 10,000 गांव और 52 शहर प्रभावित होने की आशंका है।7 / 7सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे लोगों के रहने के लिए लगभग 900 तूफान आश्रय स्थल पहले ही तैयार कर लिए गए हैं।