इन 5 चीजों के सेवन से कंट्रोल में रहेगी डायबिटीज, हर घर में रहती हैं ये मौजूद

By ललित कुमार | Published: November 16, 2018 07:27 AM2018-11-16T07:27:29+5:302018-11-16T07:27:29+5:30

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इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है। केवल बेहतर जीवनशैली, खानपान और एक्सरसाइज के जरिए ही इसे कंट्रोल किया जा सकता है। यही वजह है कि डॉक्टर डायबिटीज के मरीजों के उचित देखभाल की सलाह देते हैं। केवल व्यस्क ही नहीं बच्चे भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। डायबिटीज शरीर में अन्य कई बीमारियों को भी निमंत्रण देती है। डायबिटीज के रोगियों को आंखों में दिक्कत, किडनी, लीवर की बीमारी और पैरों में दिक्कत होना आम है। आज हम आपको बता रहे हैं कि डायबिटीज से कैसे बचा जा सकता है।

लॉस ऐंजिलिस स्थित कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के अनुसार, करीब तीन चम्मच के बराबर अखरोट का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज का 47 फीसदी तक कम होता है। उन्होंने बताया कि यह मात्रा उस सलाह के करीब है जिसमें 28 ग्राम या चार चम्मच अखरोट लेने की सिफारिश की गयी है। शोधकर्ताओं के अनुसार, यह रिसर्च डायबिटीज के खतरे को कम करने में खानपान की भूमिका के और अधिक प्रमाण प्रस्तुत करता है। उन्होंने बताया कि खाने में अखरोट को शामिल करने और डायबिटीज के खतरे को कम करने के बीच मजबूत संबंध पाया गया है।

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए आपको अपनी डाइट में हल्दी के सेवन बढ़ाना चाहिए। इससे आपको बहुत ही फायदा मिलेगा। करक्यूमिन हल्दी में सक्रिय घटक है, जो टाइप 2 डायबिटीज को रोकने में मदद कर सकते हैं।

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार, मधुमेह या डायबिटज को कंट्रोल करने के लिए के निश्चित रूप से आपके घर में मेथी दाना होना चाहिए। इसके लिए आप मेथी अंकुरित मेथी का सेवन कर सकते हैं या सुबह में खाली पेट मेथी का पानी पी सकते हैं। इससे शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है और इंसुलिन की मात्रा बढ़ सकती है। कुछ अध्ययन में डायबिटीज वाले लोगों में ब्लड शुगर को कम करने की बीज की क्षमता पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कड़वी चीजें बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है। कड़वा करेला डायबिटीज में अमृत की तरह होता है। इसके अलावा आंवला और एलोवेरा जैसी कड़वी और आयुर्वेदिक चीजों को डायबिटीज कंट्रोल करने में प्रभावी पाया गया है।

डाइट में शामिल करके आप ब्लड शुगर को कंट्रोल रख सकते हैं और तेज पत्ता उनमें से एक है। क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री एंड न्यूट्रिशन की पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में निष्कर्ष निकला कि 30 दिनों के लिए केवल 1 से 3 ग्राम तेज पत्तियों का सेवन करने वाले डायबिटीज टाइप -2 से पीड़ितों को इंसुलिन फंक्शन में सुधार करने में मदद मिली। डायबिटीज के मरीजों पर पत्तियों का एक हाइपोग्लाइकेमिक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि इसमें कई फाइटोकेमिकल्स और आवश्यक तेल होते हैं। इतना ही नहीं इन पत्तियों के सेवन से इंसुलिन और ग्लूकोज मेटाबोलिज्म में सुधार होता है।