नाखूनों का रंग देखकर जानें सेहत का हाल, ये 10 बीमारियां बना सकती हैं शिकार

By संदीप दाहिमा | Published: October 5, 2021 07:10 AM2021-10-05T07:10:38+5:302021-10-05T07:10:38+5:30

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वेबएमडीके अनुसार, यदि आपके नाखून में चमक नहीं है और वो देखने में रूखे व कमजोर लगते हैं, तो थायराइड जैसी समस्या से ग्रसित होने का संकेत होता है। रूखे व कमजोर नाखून होने के कारण फंगल इंफेक्शन की समस्या भी हो सकती है।

कुछ लोगों के नाखून बहुत मोटे होते हैं जिन्हें काटने में परेशानी हो सकती है। इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि नाखून का मोटा होना एक नहीं बल्कि कई बीमारियों के लक्षण हो सकते हैं। नाखून का मोटा होना डायबिटीज, फेफड़ों में इन्फेक्शन, अर्थराइटिस आदि हो सकते हैं।

जिन लोगों के नाखून घुमावदार होते हैं, उन लोगों को कोई न कोई अनुवांशिक रोग, लीवर संबंधी समस्या, हाइपोक्रोमिक एनीमिया का संकेत देने वाली काइलोंनाइचिया बीमारी भी हो सकती है।

यदि किसी के नाखून पर सफेद निशान या पूरे नाखून सफेद हो जाते हैं तो यह निशान व्यक्ति के लीवर या हृदय संबंधी समस्याओं के कारण हो सकता है। इसके अलावा यदि आपके नाखून के किनारे पर सफेद रंग की लाइन दिखाई देती है तो यह व्यक्ति को तनाव शरीर में पोषण की कमी का संकेत हो सकता है।

पीले नाखूनों के सबसे आम कारणों में से एक फंगल संक्रमण है। संक्रमण बढ़ने से नाखून नाखून मोटा और उखड़ सकता है। दुर्लभ मामलों में, पीले नाखून अधिक गंभीर स्थिति का संकेत दे सकते हैं जैसे कि गंभीर थायराइड रोग, फेफड़े की बीमारी, डायबिटीज या सोरायसिस।

नीले रंग के साथ नाखून का मतलब है कि शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। यह फेफड़ों की समस्या का संकेत दे सकता है, जैसे कि वातस्फीति। कुछ दिल की समस्याओं को नीले रंग के नाखूनों के साथ जोड़ा जा सकता है।

अगर आपके नाखून का रंग भूरा या बहुत ज्यादा गहरा है, तो थायराइड या शरीर में पोषक तत्वों की कमी की ओर इशारा करता है। इसी तरह नाखून का रंग लाल होना ब्लड प्रेशर की समस्या की ओर इशारा करता है।

नाखून में चमक न रहना, शरीर में पोषक तत्वों की कमी या इन्फेक्शन की ओर इशारा करता है। वहीं नाखून का नीला या ग्रे सा रंग होना शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह अच्छे से ना होने का संकेत देता है। नाखून का रंग पीला होना पीलिया, फंगल इन्फेक्शन, सिरोसिस बीमारी आदि की ओर इशारा करते हैं।

अगर आपके नाखून भी कुछ इस तरह के हैं य उनमें किसी तरह का बदलाव नजर आता है, तो आपको बिना देरी किये डॉक्टर से मिलना चाहिए और जांच करानी चाहिए। इससे आपको समय रहते इलाज कराने में मदद मिल सकती है।