गिरते रुपये का फायदा, इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड में ऐसे करें इन्वेस्ट
By स्वाति सिंह | Published: October 4, 2018 12:54 PM2018-10-04T12:54:29+5:302018-10-04T12:54:29+5:30
गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर ज्यादातर कारोबार डॉलर में होता है। ऐसे में रुपये का मूल्य कम होने पर भी आपको फायदा मिल सकता है।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर: लगातार डॉलर के मुकाबले कमजोर होते रुपये को देखते हुए इन्वेस्टर्स में डर पैदा हो रहा है। जाहिर है, गुरुवार को भारतीय रुपये फिसलकर 73।70 तक पहुंच गया। लेकिन इस बीच भी हम आपको बताने जा रहे हैं जिससे आपको फायदा मिल सकता है।
इन परिस्थितियों में जहां एक तरफ रुपये इतना कमजोर होता जा रहा है ऐसे में आप इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं।
गौरतलब है कि वैश्विक स्तर पर ज्यादातर कारोबार डॉलर में होता है। ऐसे में रुपये का मूल्य कम होने पर भी आपको फायदा मिल सकता है।
विशेषज्ञों की मानें तो बीते कुछ सालों में अमेरिकी बाजार निवेश किए फंड्स में काफी मजबूती देखने को मिला है। मोतीवाल ओसवाल (100 ETF) और कोटक यूएस इक्विटी स्टैंडर्ड इसके अहम उदाहरणों में से एक हैं।
इंटरनेशनल मार्केट में ना केवल शॉर्ट टर्म बल्कि लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए भी काफी फायदेमंद है।
इसके अलावा इंटरनेशनल फंड से होने वाले प्रॉफिट पर टैक्स बहुत कम लगता है।इसके साथ ही इंटरनेशनल फंड में इन्वेस्ट पर टैक्स देनदारी ज्यादा नहीं बनती।
जबकि, घरेलू इक्विटी द्वारा कैपिटल गेन पर लगभग 10 प्रतिशत तक का टैक्स देना होता है। वहीं, अगर आप इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स में तीन साल से ज्यादा तक इन्वेस्ट करते हैं तब आपको कैपिटल गेन पर केवल 20 प्रतिशत का टैक्स देना होता है।