नई दिल्ली, 16 अगस्त: प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई ने स्वतंत्रता दिव की पहले सावधी जमा (फिक्स्ड डिपॉजिट) की ब्याज दरें बढ़ा दी हैं।
बैंक द्वारा जारी की गयी सूचना के अनुसार ये बढ़त केवल चुनिंदा मैच्योरिटीज और एक तय अमाउंड वाले एफडी पर ही दिया जाएगा।
आईसीआईसीआई बैंक के अनुसार नई दरें 14 अगस्त 2018 से लागू हो गई हैं।
जिन लोगों ने पहले से आईसीआईसीआई बैंक में इन श्रेणियों की एफडी करा रखी है उन्हें ऑटोमैटिक रूप से नई दरें मिलनी शुरू हो जाएंगी।
आईसीआईसीआई बैंक ने सामान्य ग्राहकों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज की दरें बढ़ा दी हैं।
एफडी में बढ़ोतरी करके आईसीआईसीआई बैंक ने अपनी ब्याज दरें भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक और एचडीएफसी बैंक के समकक्ष कर ली हैं। इन बैंकों ने हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा मौद्रिक नीति की समीक्षा अपनी ब्याज दरें बढ़ाई थीं।
एसबीआई ने भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले ही फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज की दरें बढ़ा दी थीं।
आईसीआईसीआई बैंक एफडी पर दी जाने वाली ब्याज की दरों में 15 बेसिस प्वाइंट से लेकर 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है।
एक बेसिस प्वाइंट 0.01 प्रतिशत के बराबर होता है। यानी व्याहवारिक तौर पर विभिन्न राशियों के एफडी पर आईसीआईसीआई ने 0.15 प्रतिशत से लेकर 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद नीतिगत ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की। आरबीआई के इस फैसले के बाद रिजर्व बैंक की रेपो रेट 6.50 प्रतिशत हो गयी है।