भले EPFO ने घटा दी है ब्याज दरें, पर ज्यादा मुनाफे के लिए करें इन स्कीमों में निवेश
By स्वाति सिंह | Published: March 6, 2020 07:10 AM2020-03-06T07:10:55+5:302020-03-06T07:10:55+5:30
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 2019-20 के लिए भविष्य निधि पर ब्याज दर को घटाकर 8.5 प्रतिशत कर दिया। ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी निदेशक मंडल (सीबीटी) ने अपने छह करोड़ उपयोक्ताओं के लिए यह फैसला किया है।
भले ही कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की ब्याज दरें घटने से निवेशकों में निराशा का माहौल छा गया है। लेकिन निवेश के लिए पीएफ दूसरी स्मॉल सेविंग्स के मुकाबले काफी बढ़िया है। बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 2019-20 के लिए भविष्य निधि पर ब्याज दर को घटाकर 8.5 प्रतिशत कर दिया। ईपीएफओ के केंद्रीय न्यासी निदेशक मंडल (सीबीटी) ने अपने छह करोड़ उपयोक्ताओं के लिए यह फैसला किया है।
मोदी सरकार के इस फैसले से सबसे ज्यादा झटका नौकरीपेशा वर्ग के लोगों को लगा है। ईपीएफ योजना के जरिए हर महीने के नियमित योगदान से एक बड़ी रकम तैयार हो जाती है। कर्मचारी के ईपीएफ बैलेंस पर ब्याज भी मिलता है। कर्मचारियों में यह सबसे लोकप्रिय है क्योंकि इससे मिलने वाली रकम टैक्स फ्री होती है। ईपीएफओ की ब्याज दर घटने से निराश लोगों के लिए कई अन्य स्कीमें हैं जहां निवेश करने से ज्यादा मुनाफा मिल सकता है।
1. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट को पोस्ट ऑफिस जारी करते हैं। एनएससी पर ब्याज की दर सर्टिफिकेट के प्रकार से तय होती है। पांच वर्षीय एनएससी पर 7.6 प्रतिशत की सालाना दर से ब्याज मिलता है। एनएससी में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश की रकम को 80सी के तहत टैक्स में छूट दी गई है।
2. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ)
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड में निवेश किए जाने वाली रकम पर भी टैक्स में छूट मिलती है। रिटायरमेंट के बाद सेविंग बढ़ाने के लिए सरकार ने पीपीएफ की शुरुआत की थी। इसे किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक, विशेष प्राइवेट बैंक और पोस्ट ऑफिस से खोला जा सकता है। इसमें साल में डेढ़ लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है जिसपर 7.6 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है।
3. नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस)
नेशनल पेंशन स्कीम का मुख्य उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद लोगों को लाभ देना है। यह कम लागत वाला मार्केट लिंक्ड रिटायरमेंट प्लान है। इसमें कई विकल्पों में निवेश किया जाता है इसलिए ब्याज की दर निश्चित नहीं होती। एनपीएस ने 12-14 प्रतिशत की ब्याज दर से रिटर्न मिला है जो ईपीएफ और पीपीएफ जैसे निवेश से बेहतर साबित हुआ है।
4. सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम
यह योजना सीनियर सिटिजन के लिए है। इसे 60 साल की उम्र से ज्यादा वाले ही खोल सकते हैं। इसमें 1000 रुपये से 15 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है। इस योजना का अधिकतम कार्यकाल पांच साल है। जिस दौरान सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम पर 8.30 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है।