नौकरीपेशा लोगों को झटका, फिर घट सकती है पीएफ की ब्याज दर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 27, 2020 06:25 AM2020-06-27T06:25:02+5:302020-06-27T06:25:02+5:30
ईपीएफओ द्वारा ब्याज दर को पुन: 8.5 प्रतिशत से घटाकर 8.1 प्रतिशत किया जा सकता है.
कोरोना वायरस महामारी से देश की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद कई बैंक अपनी ब्याज दर घटा चुके हैं. इसके बाद अब नौकरीपेशा लोगों की जब भी हल्की हो रही है. खबरों के अनुसार कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) भी ब्याज दरों में कटौती करने जा रहा है.
ईपीएफओ द्वारा पीएफ पर दी जाने वाली ब्याज दर 8.65 प्रतिशत थी, जिसे मार्च 2020 में घटाकर 8.50 प्रतिशत कर दिया गया था. सूत्रों के अनुसार ईपीएफओ द्वारा ब्याज दर को पुन: 8.5 प्रतिशत से घटाकर 8.1 प्रतिशत किया जा सकता है. ऐसा निवेश पर लगातार घट रहे रिटर्न की वजह से हो रहा है. यदि ऐसा हुआ तो इसका 6 करोड़ ईपीएफओ सदस्यों को झटका लगेगा.
ईपीएफओ के वित्त विभाग, निवेश और ऑडिट विभाग की कमेटी की जल्द ही होने वाली बैठक में इस बारे में फैसला लिया जाएगा. मार्च के पहले सप्ताह में ब्याज दर को घटाकर 8.5 प्रतिशत किया गया था लेकिन वित्त मंत्रालय ने इसे मंजूरी प्रदान नहीं की है.
कोरोना संकट के चलते सरकार ने मार्च महीने में पीएफ को लेकर राहत पैकेज का ऐलान किया था, जिसमें कर्मचारियों और नियोक्ता दोनों को राहत प्रदान की थी. तीन महीने के लिए पीएफ में दोनों की हिस्सेदारी को घटाकर 12 प्रतिशत की जगह 10 प्रतिशत कर दिया गया था. ऐसा माना जा रहा है कि इस कारण पीएफ में कम राशि आने की वजह से ईपीएफओ द्वारा ब्याज दर में कटौती की जा रही है.