टोक्यो: भारत की अवनि लेखरा ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत लिया है। उन्होंने सोमवार को महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 स्पर्धा में ये बड़ा कमाल किया।
भारतीय निशानेबाज ने पैरालंपिक खेलों के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 249.6 अंक हासिल किए। चीन की झांग कुइपिंग 248.9 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहीं और रजत पदक अपने नाम किया। वहीं यूक्रेन की इरिना शेतनिक 227.5 अंक के साथ कांस्य पदक हासिल करने में कामयाब रहीं। झांग और इरिना क्वालीफिकेशन राउंड में पहले और दूसरे स्थान पर थीं।
अवनि ने पैरालंपिक खेलों में रचा इतिहास
अवनि पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। यह भारत का इन खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में भी पहला पदक है। टोक्यो पैरालंपिक में भी यह देश का पहला स्वर्ण पदक है। पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली वह तीसरी भारतीय महिला हैं।
अवनि ने इस स्पर्धा के क्वालीफिकेशन राउंड में 21 निशानेबाजों के बीच सातवें स्थान पर रहकर फाइनल्स में प्रवेश किया था। क्वालीफिकेशन राउंड में उन्होंने 60 सीरीज के छह शॉट के बाद 621.7 का स्कोर बनाया जो शीर्ष आठ निशानेबाजों में जगह बनाने के लिये पर्याप्त था। इस भारतीय निशानेबाज ने शुरू से आखिर तक निरंतरता बनाये रखी और लगातार 10 से अधिक के स्कोर बनाए।
टोक्यो पैरालंपिक में भारत का प्रदर्शन
इससे पहले रविवार को महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल और ऊंची कूद के एथलीट निषाद कुमार ने रजत पदक जीते। वहीं भारत के योगेश कथूनिया ने पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की चक्का फेंक स्पर्धा के एफ56 वर्ग में रजत पदक जीता।
बता दें कि भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक रियो पैरालंपिक 2016 में गोला फेंक में रजत पदक जीतकर इन खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी। अवनि से पहले भारत की तरफ से पैरालंपिक खेलों में मुरलीकांत पेटकर (पुरुष तैराकी, 1972), देवेंद्र झाझरिया (पुरुष भाला फेंक, 2004 और 2016) और मरियप्पन थंगावेलु (पुरुष्ज्ञ ऊंची कूद, 2016) ने स्वर्ण पदक हासिल किए थे।
(भाषा इनपुट)