टोक्यो ओलंपिक के 13वें दिन भारत के लिए कुश्ती से अच्छी खबर आई है। भारतीय पहलवान रवि दाहिया 57 किलोग्राम फ्री स्टाइल वर्ग के सेमीफाइनल में जीत हासिल करने के बाद फाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में कजाकिस्तान के पहलवान नुरीस्लाम सनायेव को मात दी।
दूसरी ओर दीपक पूनिया को हार का सामना करना पड़ा है और वे फाइनल की रेस से बाहर हो गए हैं। कुश्ती फ्री स्टाइल 86 किलोग्राम वर्ग सेमीफाइनल मुकाबले में उन्हें अमेरिका के डेविड मोरिस ने हराया।
इससे पहले रवि दाहिया ने अपने ओलंपिक अभियान की मजबूत शुरुआत करते हुए बुधवार को ही बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव को तकनीकी दक्षता के आधार पर 14-4 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। बहरहाल, सेमीफाइन में जीत के साथ उन्होंने सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है।
सेमीफाइनल में मुकाबले में रवि पहले पीछे चल रहे थे। इसके बाद हालांकि उन्होंने वापसी की और पासा पलट दिया। रवि के इस जीत के साथ भारत के लिए चौथा मेडल पक्का हो गया है।
ओलंपिक में इससे पहले भारत की ओर से कुश्ती में पदक जीतने का कारनामा सुशील कुमार (2008, 2012) दो बार कर चुके हैं। वहीं योगेश्वर दत्त ने भी 2012 के लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। साक्षी मलिक ने 2016 में हुए रियो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया था।
के डी जाधव भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान थे जिन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।
टोक्यो ओलंपिक की बात करें तो भारत ने अभी तक तीन मेडल जीते हैं। इसमें एक मेडल भारत की झोली में बुधवार को ही आया जब महिला मुक्केबाद लवलीना बोरगोहेन को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। वहीं, बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने ब्रॉन्ड मेडल जीता है। जबकि ओलंपिक खेलों के पहले ही दिन मीराबाई चानू ने भारत्तोलन में रजत पदक जीतकर इस खेल में भारत के 21 साल के मेडल के इंतजार को खत्म किया था।