प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कीइंग एथलीट आंचल ठाकुर को दी बधाई
By IANS | Published: January 10, 2018 02:04 PM2018-01-10T14:04:57+5:302018-01-10T14:06:08+5:30
पीएम मोदी ने भारतीय स्कीइंग एथलीट आंचल ठाकुर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पहला पदक जीतने पर बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारतीय स्कीइंग एथलीट आंचल ठाकुर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पहला पदक जीतने पर बधाई दी। आंचल ने तुर्की में एल्पाइन एजदर 3200 स्कीइंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता है। भारत को स्कीइंग के खेल में मिला यह पहला पदक है, जिसे मंगलवार को आंचल पलानडोकेन स्कीई सेंटर में आयोजित प्रतियोगिता में जीता।
आंचल को ट्विटर के जरिए दिए एक बधाई संदेश में मोदी ने कहा कि पूरा देश तुर्की में आयोजित एफआईएस अंतर्राष्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता में आपकी ऐतिहासिक उपलब्धि से बहुत खुश है। भविष्य के लिए आपके ढेर सारी शुभकामनाएं।
Well done @alleaanchal for winning an international medal in skiing! The entire nation is ecstatic on your historic accomplishment at the FIS International Skiing Competition in Turkey. Wishing you the very best for your future endeavours.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 10, 2018
इससे पहले खेल मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर ने आंचल को इस जीत पर बधाई देते हुए ट्वीट किया, 'बधाई आंचल ठाकुर, FIS इंटरनेशनल स्कीइंग प्रतियोगिता में स्लालोम स्कीइंग का ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर। भारत ने स्कीइंग में अपने पहले मेडल से खाता खोला।'
Congrats Aanchal Thakur @alleaanchal for the Slalom Skiing Bronze in the FIS International Skiing Competition in Turkey.
— Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) January 10, 2018
India opens account by a first ever medal in skiing 👍
Well done! @jairamthakurbjppic.twitter.com/vhTReuJwyl
कौन है आंचल मनाली
आंचल मनाली के एक छोटे से गांव बुरुआ से आती हैं। उन्होंने स्कीइंग के शुरुआती गुण अपने पिता से सीखे हैं और उसके बाद उनकी प्रतिभा को ओलंपियन हीरा लाल ने निखारा।
आंचल को स्कीइंग के करियर के उनके पिता और FIS से ही आर्थिक मदद मिलती रही है। उनके पिता का कहना है कि खेल मंत्रालय के नौकरशाह स्कीइंग को खेल के तौर पर मान्यता ही नहीं देते, जिससे उनकी बेटी को सरकार से आर्थिक सहायता नहीं मिल पाती है। लेकिन इन तमाम दिक्कतों को पीछे छोड़ते हुए आंचल ने इतिहास रच दिया है, जो निश्चित तौर पर उनके पिता के चेहरे पर खुशी लाएगी।