दुबई, 11 फरवरी भारत के अनुभवी ड्राइवर नरेन कार्तिकेयन लगभग 12 साल पहले प्रतिष्ठित ली मान्स सीरीज एंड्यूरेंस रेसिंग के दौरान दुर्घटना का शिकार हो गए थे लेकिन अब वह अपने ‘अधूरे काम’ को पूरा करने के लिए वापसी कर रहे हैं और अधिक प्रतिबद्ध हैं।
भारत के पहले फार्मूला वन ड्राइवर कार्तिकेयन का कंधा मई 2009 में हुई रेस के दौरान खिसक गया था जिसके कारण वह 24 घंटे की ली मान्स रेस से बाहर हो गए थे। इस रेस को दुनिया की सबसे मुश्किल रेसों में से एक माना जाता है।
अब 44 साल के कार्तिकेयन इस रेस में वापसी कर रहे हैं और उन्होंने पूर्व एफ2 और यूरोपीय ली मान्स सीरीज रेस अर्जुन मैनी और 2020 आईएमएसए प्रोटोटाइप चैलेंज चैंपियन नवीन राव के साथ आल इंडियन टीम बनाई है।
कार्तिकेयन ने गुरुवार को आनलाइन मीडिया कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘‘हां, बेशक, मैं यहां अधूरे काम को पूरा करने आया हूं। ली मान्स दुनिया की शीर्ष रेसों में से एक है और मैं उसके उतरकर अधूरे काम को पूरा करना चाहता हूं। सिर्फ कार नहीं चलाना चाहता बल्कि प्रतिस्पर्धी होना चाहता हूं। ’’
कार्तिकेयन, अर्जुन और राव की तिकड़ी रेसिंग टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करेगी जो इस सप्ताहांत दुबई में एशियाई ली मान्स सीरीज में पदार्पण करके 24 घंटे की प्रतिष्ठित ली मान्स सीरीज के लिए आमंत्रण हासिल करने का प्रयास करेगी जो फ्रांस में 12-13 जून को होगी।
रेसिंग टीम इंडिया दुबई में पदार्पण के साथ अंतरराष्ट्रीय एंड्यूरेंस रेसिंग में चुनौती पेश करने वाली पहली सभी भारतीय ड्राइवरों वाली टीम बनेगी।
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