दिल्ली पुलिस ने शनिवार को दो ओलंपिक मेडल विजेता पहलवाल सुशील कुमार और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सुशील के खिलाफ ये मामला एक दिन पहले उनके और पहलवान प्रवीण राणा के समर्थकों के बीच केडी जाधव स्टेडियम में हुई मारपीट के लिए दर्ज किया गया है। सुशील के खिलाफ प्रवीण के भाई नवीन राणा की शिकायत पर आईपीसी की धाराओं 323 और 341 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कॉमनवेल्थ गेम्स के क्वॉलिफायर के दौरान भिड़े सुशील-प्रवीण के समर्थकये घटना शुक्रवार को अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए हुए क्वॉलिफायर के बाद घटी। इस क्वॉलिफायर में सुशील कुमार जितेंद्र कुमार और प्रवीण राणा को मात देते हुए 74 किलोग्राम वर्ग के लिए क्वॉलिफाई किया था। सुशील कुमार की जीत के बाद उनके और प्रवीण के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस क्वॉलिफाइंग मैच के लिए केडी जाधव स्टेडियम में सुशील और अन्य पहलवानों के साथ रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ब्रज भूषण सिंह भी मौजूद थे।
सुशील कुमार हाल ही में जर्मनी में आयोजित कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड जीतते हुए तीन साल बाद इंटरनेशनल रेसलिंग में वापसी की है। शुक्रवार को कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए हुए क्वॉलिफाइंग राउंड के सेमीफाइनल में सुशील और प्रवीण राणा की भिड़ंत हुई जिनमें सुशील कुमार विजेता रहे। लेकिन इसके बाद तब विवाद बढ़ गया जब हार के बाद प्रवीण ने दावा किया कि सुशील के समर्थकों ने उनके और उनके भाई के साथ इसलिए मारपीट की क्योंकि उन्होंने सुशील के खिलाफ रिंग में उतरने की हिमाकत की थी।
वहीं सुशील ने प्रवीण के बयान के उलट दावा किया कि मैच के दौरान प्रवीण ने उन्हें काट लिया था लेकिन हो सकता है कि ये मुझे रोकने के लिए उनकी रणनीति का हिस्सा रहा हो। सुशील ने मारपीट की घटना की निंदा करते हुए कहा, 'यहां जो भी हुआ वह गलत है, रेसलिंग में इन चीजों के लिए कोई जगह नहीं है।'
प्रवीण राणा ने ये भी दावा कि सुशील के समर्थकों ने उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो वह आगामी प्रो रेसलिंग में हिस्सा लेकर दिखाएं।
विवादों से रहा है सुशील कुमार पुराना नातासुशील का विवादों से नाता नया नहीं है। इससे पहले वह 2016 के रियो ओलंपिक के लिए नरसिंह यादव के क्वॉलिफाई करने का विरोध करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हालांकि बाद में नरसिंह खुद डोप टेस्ट में फेल होने की वजह से ओलंपिक से बाहर हो गए थे। इसके अलावा इस साल नवंबर में नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में सुशील कुमार को लगातार तीन वॉक ओवर मिला और वह 74 किलोग्राम वर्ग में बिना लड़े ही गोल्ड मेडल जीत गए। उस समय सुशील को वॉक ओवर देने वाले पहलवानों में प्रवीण राणा भी शामिल थे। इसके अलावा इसी महीने जर्मनी में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने के दौरान भी सुशील ने प्रवीण राणा को हराया था।