लाइव न्यूज़ :

नवजात बेटी को सास ससुर के पास छोड़कर 44 पाउंड का धनुष और तीर लेकर अभ्यास केंद्र पर लौटीं दीपिका कुमारी, ओलंपिक पदक पर नजर

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 8, 2023 17:28 IST

अगले साल पेरिस में ओलंपिक होने हैं और दीपिका कुमारी को पता है कि यह उसके लिये आखिरी मौका है। तीन बार की ओलंपियन ने कहा ,‘क्या करें कोई और विकल्प भी नहीं है। अगर मैं ट्रायल में नहीं आई तो पूरे साल टीम से बाहर रहूंगी।’

Open in App
ठळक मुद्देदस से 17 जनवरी तक होने वाले ओपन सीनियर राष्ट्रीय ट्रायल के जरिये भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं।पति और भारत के नंबर एक तीरंदाज अतनु दास के साथ अभ्यास के लिये आती हैं। अतनु को भी टोक्यो ओलंपिक 2021 के बाद भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था।

कोलकाताः मां बनने के बीस दिन बाद ही भारत की मशहूर तीरंदाज दीपिका कुमारी अपनी नवजात बेटी को सास ससुर के पास छोड़कर 44 पाउंड का धनुष और तीर लेकर भारतीय खेल प्राधिकरण के अभ्यास केंद्र पर लौट आई है। दीपिका की नजरें यहां दस से 17 जनवरी तक होने वाले ओपन सीनियर राष्ट्रीय ट्रायल के जरिये भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं।

 

एक दशक से अधिक के करियर में दो बार दुनिया की नंबर एक तीरंदाज रह चुकी दीपिका ओलंपिक पदक को छोड़कर सब कुछ जीत चुकी हैं। अगले साल पेरिस में ओलंपिक होने हैं और दीपिका को पता है कि यह उसके लिये आखिरी मौका है। तीन बार की ओलंपियन ने कहा ,‘क्या करें कोई और विकल्प भी नहीं है। अगर मैं ट्रायल में नहीं आई तो पूरे साल टीम से बाहर रहूंगी।’

वह अपने पति और भारत के नंबर एक तीरंदाज अतनु दास के साथ अभ्यास के लिये आती हैं। अतनु को भी टोक्यो ओलंपिक 2021 के बाद भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। दोनों विश्व कप और एशियाई खेलों के लिये हुए ट्रायल में भी कट में जगह नहीं बना सके थे।

हांगझोउ एशियाई खेल 2023 तक स्थगित होने के बाद दीपिका ने पिछले साल जून में पेरिस में विश्व कप के तीसरे चरण में टीम वर्ग में रजत पदक जीतकर वापसी की। उसके बाद वह मातृत्व अवकाश पर चली गई । उसने कहा ,‘‘ गर्भावस्था के सातवें महीने तक मैने अभ्यास किया । उसके बाद कुछ समस्या आ गई तो मुझे अभ्यास बंद करना पड़ा।

शुक्र है कि नॉर्मल डिलिवरी हुई जिससे मैं 20 दिन में वापसी कर सकी।’ यह उतना आसान नहीं था और पहली बार बच्ची को छोड़कर आने पर वह घंटो रोती रही। उसने कहा ,‘वह मेरा ही दूध पीती थी और नहीं मिलने पर रोने लगती। हम सुबह साढे़ सात बजे घर से निकलते और शाम को ही पहुंचते हैं। अब धीरे-धीरे उसे आदत पड़ रही है। मुझे टूर्नामेंट खेलने के लिए उसे अकेले छोड़ना ही होगा।’ उसने कहा ,‘‘ शुक्र है कि अतनु के घर के लोग काफी सहयोग करते हैं।’ 

टॅग्स :दीपिका कुमारीतीरंदाजी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपैरा विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिपः नंबर-1 ओजनूर गिर्डी को 146-143 से हराकर शीतल देवी ने जीता गोल्ड, एक दिन में 3 पदक

अन्य खेलWorld Championships: पुरुष रिकर्व तीरंदाज व्यक्तिगत वर्ग में पदक की दौड़ से बाहर, भारत के लिए निराशाजनक

भारतफ्रांस पर 235-233 से रोमांचक जीत, विश्व चैंपियनशिप में पहला स्वर्ण पदक, भारतीय पुरुष कंपाउंड तीरंदाजी टीम ने रचा इतिहास

भारततीरंदाजी विश्व कप 2025ः रजत और कांस्य पदक जीता, ज्योति सुरेखा वेन्नम ने किया कमाल

भारतParis Paralympics 2024 Updates: हरविंदर सिंह और प्रीति पाल होंगे समापन समारोह में भारत के ध्वजवाहक, भारतीय खिलाड़ी ने तोड़े टोक्यो रिकॉर्ड

अन्य खेल अधिक खबरें

अन्य खेलFootball World Cup 2026: यूएस ने वीजा देने से किया इनकार, ईरान फुटबॉल वर्ल्ड कप के ड्रॉ का करेगा बहिष्कार

अन्य खेलराष्ट्रमंडल खेल 2030 : भारत की नई उड़ान!

अन्य खेलभारत करेगा 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी, अहमदाबाद में होगा आयोजन

अन्य खेलWomen's FIH Hockey Junior World Cup: महिला जूनियर हॉकी टीम का ऐलान, भारतीय टीम को लीड करेंगी ज्योति सिंह

अन्य खेलकोग्निवेरा इंटरनेशनल पोलो कप की धूमधाम शुरुआत, 25 अक्टूबर को भारत-अर्जेंटीना में जबरदस्त टक्कर!