गोला फेंक खिलाड़ी मनप्रीत कौर चार साल के लिए प्रतिबंधित, लौटाना होगा एशियाई चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल
By भाषा | Published: April 9, 2019 09:03 PM2019-04-09T21:03:04+5:302019-04-09T21:03:04+5:30
एशियाई चैंपियन गोला फेंक एथलीट मनप्रीत कौर को उनके नमूने के चार बार पॉजिटिव (स्टेरायड) पाए जाने के बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने प्रतिबंधित कर दिया।
नई दिल्ली, नौ अप्रैल। एशियाई चैंपियन गोला फेंक एथलीट मनप्रीत कौर को उनके नमूने के चार बार पॉजिटिव (स्टेरायड) पाए जाने के बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने प्रतिबंधित कर दिया। नाडा की डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल के मुताबिक मनप्रीत पर यह प्रतिबंध चार साल के लिए लागू रहेगा जिसकी शुरुआत 20 जुलाई 2017 से होगी।
नाडा के निदेशक नवीन अग्रवाल ने बताया, ‘‘हां मनप्रीत कौर को चार साल के लिए प्रतिबंधित किया गया है।’’ उनके पास हालांकि इस फैसले के खिलाफ डोपिंग रोधी अपीलीय पैनल में गुहार लगाने का मौका है।
इस फैसले से मनप्रीत 2017 में भुवनेश्वर में हुए एशियाई चैंपियनशिप में मिले स्वर्ण पदक और अपने राष्ट्रीय रिकॉर्ड को गंवा देंगी, क्योंकि पैनल ने उन्हें नमूने के संग्रह करने की तारीख से अयोग्य घोषित कर दिया। मनप्रीत के नमूने को 2017 में चार बार पॉजिटिव पाया गया।
चीन के शिन्हुआ में 24 अप्रैल को एशियाई ग्रांप्री के बाद फेडरेशन कप (पटियाला, एक जून) एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप (भुवनेश्वर, छह जुलाई) और अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप (गुंटूर, 16 जुलाई) में भी उनके नमूने को पॉजिटिव पाया गया।
उन्होंने इन सभी प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक हासिल किया था। उन्होंने शिन्हुआ में 18.86 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी कायम किया था। शिन्हुआ एशियाई ग्रां प्री में उनके नमूने में मेथेनोलोन पाया गया जबकि बाकी के तीनों प्रतियोगिताओं में डिमिथाइलब्यूटीलामाइन पाया गया।
शिन्हुआ में मनप्रीत के नमूने में स्टेरायड पाये जाने के मामले में उनके वकील ने कहा कि पटियाला में प्रशिक्षण के दौरान उनके पेय पदार्थ में बदले की भावना से एक खिलाड़ी ने कथित तौर पर कुछ मिला दिया था। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2017 में एक कबड्डी खिलाड़ी (गोपाल) से उनकी बहस हो गयी जिसके बाद गोपाल ने बदला लेने के लिए उनके पेय पदार्थ में कुछ मिला दिया था।
मनप्रीत ने कहा, ‘‘ मैंने जानबूझ कर स्टेरायड का सेवन नहीं किया यह बदले की भावना से की गयी कार्रवाई हो सकती है।’’ उनकी दलील को हालांकि कमजोर बताकर खारिज कर दिया गया।