संन्यास नहीं, लेकिन 2020 में चुनिंदा टूर्नामेंट खेलना चाहते हैं विश्वनाथन आनंद
By भाषा | Published: February 7, 2020 07:18 PM2020-02-07T19:18:24+5:302020-02-07T19:18:24+5:30
विश्व चैंपियनशिप में चूकने से किसी तरह के पछतावे की बात पूछने के बारे में आनंद ने कहा कि नहीं, मुझे क्यों पछतावा होना चाहिए।
पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद भले ही शतरंज के मोहरों से अपना जादू नहीं बिखेर पा रहे हों लेकिन संन्यास लेने का उनका अभी कोई इरादा नहीं है और वह 2020 सत्र में चुनिंदा टूर्नामेंट में शिरकत करना चाहते हैं। वह इस साल चार से पांच टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे जिसमें ग्रांड शतरंज टूर भी शामिल है। वह कैंडिडेट्स 2020 के लिये क्वालीफाई नहीं कर सके और पिछले महीने नीदरलैंड के विज्क आन जी में टाटा स्टील मास्टर्स में उनका प्रदर्शन काफी लचर रहा जिसमें वह अनीश गिरी, जान-क्रिस्तोफ डुडा और अलीरेजा फिरौजा के साथ संयुक्त छठे स्थान पर रहे।
आनंद ने अपनी किताब ‘माइंड मास्टर’ लॉन्च के मौके पर कहा, ‘‘संन्यास लेने का ख्याल आता है लेकिन कम से कम इस साल मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा। मेरे पास जितने भी टूर्नामेंट हैं, मैं उनमें अच्छा खेलना चाहता हूं।’’
इस किताब की सह लेखिका पत्रकार सुजान नीनन हैं। आनंद ने कहा, ‘‘मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता। क्वालीफिकेशन चक्र काफी अनिश्चितताओं भरा है इसलिए मैं हमेशा देखता हूं कि अगर मैं किसी टूर्नामेंट के लिये क्वालीफाई हो गया हूं तो ही मैं इसके बारे में चिंता करूंगा लेकिन दो चरण पहले ही इसके बारे में सोचने का कोई मतलब नहीं।’’
आनंद अब रैंकिंग में 15वें स्थान पर खिसक गये हैं। विश्व चैंपियनशिप में चूकने से किसी तरह के पछतावे की बात पूछने के बारे में आनंद ने कहा, ‘‘नहीं, मुझे क्यों पछतावा होना चाहिए। नहीं, बिलकुल नहीं। अगर थोड़ा सा ऐसा कुछ था तो वह पिछले साल ही था, लेकिन अक्टूबर में यह स्पष्ट हो गया था कि मैं चुनौती नहीं दे रहा हूं और बस। मैंने इसे स्वीकार कर लिया और आगे बढ़ गया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं कर लेता हूं तो यह ठीक है। लेकिन मैंने पहले ही पांच बार खिताब जीत लिये हैं। इसलिये मुझे निराश क्यों होना चाहिए?’’