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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: पहली बार 8 मार्च को नहीं मनाया गया था ''महिला दिवस", जानें पूरा इतिहास

By गुलनीत कौर | Updated: March 8, 2018 10:07 IST

अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस को सम्पूर्ण छवि मिलने में कई वर्ष लग गए। इसके पीछे महिलाओं के संघर्ष की कहानी छिपी है।

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हर साल 8 मार्च को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। विश्व भर में यह दिन महिलाओं के सम्मान, प्रशंसा और प्यार को प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। राजनीति और सामाजिक दोनों स्तर पर यह दिन एक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। केवल विदेशों में ही नहीं, बल्कि भारत में भी इसदिन को बड़े स्तर पर एक जश्न के रूप में मनाया जाता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि महिला दिवस की शुरुआत कहां से हुई? पहली बार यह कब, कहां और क्यों मनाया गया? 

कब से हुई शुरुआत?

पहली बार वर्ष 1909 में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था। लेकिन इसे मनाने के पीछे एक खास मकसद रहा। दरअसल साल 1908 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की कुल 15 हजार महिलाओं ने वोटिंग करने की अपनी मांग के चलते एक मोर्चा निकाला। वे चाहती थीं कि जिस तरह से पुरुषों को अपने देश की सर्कार चुनने के लिए हक मुहैया है ठीक इसी प्रकार उन्हें भी यह हक दिया जाए। यह मोर्चा सफल रहा और ठीक एक साल बाद जब अमेरिका में सोशलिस्ट सरकार बनी तो उन्होंने वर्ष 1909 में 28 फरवरी का एक दिन महिलाओं को समप्रित करते हुए 'महिला दिवस' के रूप में मनाया।

एक साल बाद जर्मनी में क्लारा जेटकिन ने साल में एक दिन को महिला दिवस के रूप में अमर्पित करने का सुझाव रखा। उन्होंने कहा कि हमें महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों को याद करने के लिए एक ऐसा दिन निर्धारित करना चाहिए जब हम उनके हक में आवाज उठा सकें। इसके बाद एक कांफ्रेंस में 17 देशों की जानी मानी 100 महिलाओं ने इस मुद्दे पर अपनी सहमती जताई और आखिरकार अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस की स्थापना हुई।

यह भी पढ़ें: Women's day 2018: नहीं थे डायट के लिए पैसे, वेटलिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियन में 22 साल बाद दिलाया गोल्ड

8 मार्च की तारीख हुई नियुक्त

19 मार्च 1911 को पहली बार कुल तीन देशों - डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्ज़रलैंड में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। दो साल बाद साल 1913 में 8 मार्च को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में नियुक्त कर देने का फैसला किया गया। तब से अब तक इसी दिन को महिलाओं के सम्मान, उनके हक्क और उनके पक्ष में आवाज उठाने के रूप में मानाया जाता है।

अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस 2018 थीम

इस बार के इंटरनेशनल वूमेंस डे की थीम  'PressForProgress' है। इस थीम के माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहित करने का उद्देश्य जाहिर किया गया है। सोशल मीडिया पर इस नाम से कई सारे पोस्ट डाले जा रहे हैं। लोग महिला शक्ति और उनकी उपलब्धियों की बात कर रहे हैं।  

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