एमएनएस से समझौते को लेकर कांग्रेस-राकांपा में फंसा पेंच: किसके कोटे से दी जाएं सीटें, नहीं हुआ अब तक फैसला
By शीलेष शर्मा | Published: September 14, 2019 07:53 AM2019-09-14T07:53:33+5:302019-09-14T07:53:33+5:30
कांग्रेस और राकांपा के बीच बाकी बची 48 सीटों पर आपसी चर्चा के बाद फैसला लेने पर सहमति बनी है जिसका आधार सिर्फ चुनाव जीतना हो. दोनों दलों में जो भी जीतने के काबिल उम्मीदवार होंगे, उन्हें इन सीटों पर उतारा जाएगा.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर कांग्रेस और राकांपा के बीच एमएनएस के साथ समझौते को लेकर पेंच फंसा हुआ है. उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस एमएनएस के साथ तालमेल का विरोध तो नही कर रही है, लेकिन उसने राकांपा नेताओं से कहा है कि वे उसे अपने कोटे से सीटें दे सकते हैं.
हालांकि इस पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है और दोनों दलों के बीच बातचीत का सिलसिला जारी है. कांग्रेस नेताओं ने आज भी महाराष्ट्र में प्रत्याशियों के चयन को लेकर विस्तार से चर्चा की. 'लोकमत समाचार' को मिली जानकारी के अनुसार, अब तक दोनों दल 120-120 उम्मीदवारों के नामों का फैसला कर चुके हैं जिसकी औपचारिक घोषणा जल्द की जाएगी.
इनमें मौजूदा विधानसभा के सदस्य भी शामिल हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव हार चुके वरिष्ठ नेताओं में से चयन कर उनको चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस और राकांपा के बीच बाकी बची 48 सीटों पर आपसी चर्चा के बाद फैसला लेने पर सहमति बनी है जिसका आधार सिर्फ चुनाव जीतना हो. दोनों दलों में जो भी जीतने के काबिल उम्मीदवार होंगे, उन्हें इन सीटों पर उतारा जाएगा.
इन 48 सीटों में से उन सहयोगी दलों को भी टिकट दिए जाएंगे जिनके साथ कांग्रेस-राकांपा गठबंधन करने जा रही है. वहीं, एमएनएस के मामले में कांग्रेस ने पूरी जिम्मेदारी राकांपा नेता शरद पवार पर छोड़ दी है. हालांकि राकांपा का तर्क है कि जैसे अन्य सहयोगी दलों को बाकी बची 48 सीटों में से सीटों का आवंटन हो रहा है, एमएनएस को उन्हीं सीटों में समायोजित किया जाए.