दिल्ली-मुंबई के बाद नागपुर एयरपोर्ट पर लगेगी बॉडी स्कैनिंग मशीन, बंद होगी फिजिकल प्रणाली
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 6, 2019 03:53 PM2019-05-06T15:53:05+5:302019-05-06T15:53:05+5:30
विमानतल पर फिलहाल केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान परंपरागत रूप से हैंड हैल्ड डिटेक्टर के जरिए यात्रियों की जांच (फिजिकल फ्रिस्किंग) करते हैं. इस काम के लिए करीब 4-5 कर्मचारी लगते हैं.
वसीम कुरैशी (नागपुर)
डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय विमानतल पर अब गहन सुरक्षा जांच के लिए आधुनिक पद्धति का इस्तेमाल किया जाएगा. इस काम के लिए एयरपोर्ट पर बॉडी स्कैनिंग मशीन लगाई जाएगी. इस मशीन के जरिए शरीर में छिपा कोई भी नुकसानदेय चीज अथवा पदार्थ का पता लगाया जा सकेगा.
विमानतल पर फिलहाल केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान परंपरागत रूप से हैंड हैल्ड डिटेक्टर के जरिए यात्रियों की जांच (फिजिकल फ्रिस्किंग) करते हैं. इस काम के लिए करीब 4-5 कर्मचारी लगते हैं. बॉडी स्कैनिंग मशीन से ये काम आसान हो जाएगा. इस मशीन के स्थापित होने के बाद पैसेंजर्स की बॉडी की जांच के लिए कर्मचारी नहीं लगेंगे. इसके अलावा ये काम शत प्रतिशत बेहतर ढंग से और कम समय में पूरा हो पाएगा.
उल्लेखनीय है नागपुर एयरपोर्ट देश के संवेदनशील विमानतलों में से एक अंतर्राष्ट्रीय विमानतल है. इसी वजह से यहां भी आधुनिक सुरक्षा जांच के लिए व्यवस्था की जाएगी. बॉक्स प्लास्टिक विस्फोटकों का पता लगाने में भी मददगार बॉडी स्कैनिंग मशीन से किसी व्यक्ति के शरीर में यदि प्लास्टिक निर्मित कोई घातक वस्तु रखी है तो उसका भी पता लगाया जा सकता है.
इसके अलावा भी तस्करी के लिए शरीर में कहीं भी कोई वस्तु अगर रखी गई है तो ये मशीन उसका पता लगा लेती है. एकाध मामले में परंपरागत प्रणाली में कुछ चीजें पता नहीं लग पातीं. वर्जन दो साल तक लगेंगे सुरक्षा के दृष्टिकोण से आधुनिक जांच प्रणाली के लिए देश के विभिन्न प्रमुख विमानतलों पर बॉडी स्कैनिंग मशीन लगाई जा रही है. दिल्ली और मुंबई के बाद नागपुर में भी यह मशीन स्थापित की जाएगी.