आने वाले समय में देश में निजी रेलगाडि़यों का सबसे पसंदीदा टर्मिनल मुंबई बन सकता है. सरकार देश में जिन रूटों पर निजी क्षेत्र की रेलगाड़ी चलाना चाहती है उसमें छह से सात रूट मुंबई से तय किए जाने को लेकर विचार किया जा रहा है. मुंबई से पहले ही सरकार ने बुलेट ट्रेन को चलाने का ऐलान किया हुआ है.
देश की आजादी के 75 साल होने पर अगस्त 2022 में यहां से मुंबई—अहमदाबाद के बीच पहली बुलेट ट्रेन चलाने की योजना है. इससे पहले सरकार इसी रूट पर एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन तेजस भी चलाना चाहती है. यह रेलगाड़ी निजी क्षेत्र की ओर से ही चलाई जाएगी. इसे मिनी बुलेट ट्रेन भी कहा जा रहा है. यह एक तरह से बुलेट ट्रेन के लिए ट्रायल रेलगाड़ी होगी, जिससे इस रूट पर यात्रियों की संख्या, आने वाले समय में उनकी वृद्धि आदि का आकलन किया जा सकेगा.
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार मुंबई से अहमदाबाद के साथ ही पुणे, दिल्ली, औरंगाबाद, गोवा, चैन्नई, हावड़ा, पटना, लखनऊ के बीच भी निजी क्षेत्र की ओर से रेलगाड़ी परिचालन शुरू करने को लेकर रूट अध्ययन कर रही है. इन सभी रूट पर रेलगाड़ी को निजी क्षेत्र चलाएगा और रेलवे की ओर से केवल ढांचागत आधार और रेलगाड़ी के कोच दिए जाएंगे. उसके परिचालन की समस्त जिम्मेदारी निजी क्षेत्र के पास होगी.
एक अधिकारी ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है। यहां से विभिन्न शहरों के बीच तेज गति निजी क्षेत्र की रेलगाड़ी चलाने से न केवल कारोबार में इजाफा होगा बल्कि जिन शहरों तक निजी क्षेत्र की रेलगाड़ी जाएंगी वहां पर भी विकास तेज होगा। इसकी वजह यह होगी मौजूदा समय की तुलना में सफर का समय लगभग आधा हो जाएगा। जिससे लोग अधिक तीव्रता के साथ सफर करेंगे। इससे कारोबार और व्यापार को गति मिलेगी।
हालांकि इन रूटों के अध्ययन के बाद ही यह तय हो पाएगा कि इनमें से कितने रूट पर वास्तविक रूप से निजी क्षेत्र की ट्रेन चलाई जा सकती है। इसके लिए इस महीने के अंत में रेलवे बोर्ड एक बैठक भी करने वाला है। इन प्रस्तावित रूटों को लेकर सभी रेलवे जोन से उनकी सलाह भी मांगी गई है।