सहकारी बैंक घोटाला : कल ईडी के मुंबई कार्यालय जा सकते हैं शरद पवार, राकांपा कार्यकर्ताओं को नहीं आने को कहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 26, 2019 08:42 PM2019-09-26T20:42:56+5:302019-09-26T20:42:56+5:30
ईडी अधिकारियों ने कहा कि मामले में किसी भी व्यक्ति या आरोपी से पूछताछ करना ‘जांच अधिकारी’ का विशेषाधिकार है और जहां पर इसकी वजह है वहां ऐसा फैसला किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राकांपा प्रमुख शरद पवार को शुक्रवार को अपने मुंबई कार्यालय में शायद आने नहीं देगा, जब वह महाराष्ट्र सहकारी बैंक में 25,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के संबंध में ‘‘सूचना देने’ के लिए वहां जाएंगे।
मामले में आरोपी पवार ने बुधवार को कहा था कि मामले में जो भी सूचना मांगी गयी है उस बारे में जानकारी देने वह खुद ही 27 सितंबर को दोपहर दो बजे ईडी कार्यालय जाएंगे। हालांकि, ईडी अधिकारियों ने कहा कि मामले में किसी भी व्यक्ति या आरोपी से पूछताछ करना ‘जांच अधिकारी’ का विशेषाधिकार है और जहां पर इसकी वजह है वहां ऐसा फैसला किया गया है।
उन्होंने बताया कि पवार को अब तक समन नहीं किया है। साथ ही कहा कि ‘‘जब जरूरत होगी’’ उन्हें पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा। समझा जाता है कि जांच एजेंसी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख के कार्यालय पहुंचने की घोषणा के मद्देनजर बलार्ड इस्टेट में अपने मुंबई जोनल कार्यालय में अतिरिक्त पुलिस सुरक्षा की मांग की है।
विजय माल्या और नीरव मोदी से जुड़े धन शोधन के कुछ अन्य मामलों की जांच कर रही एजेंसी के मुंबई कार्यालय ने अलग से बयान दिया है और शुक्रवार को अन्य जांच संबंधी कुछ कार्य होने हैं तथा एजेंसी के अधिकारियों को अपना काम करने के लिए सुरक्षित माहौल की जरूरत है।
एजेंसी ने मामले में संलिप्त बैंकों जैसी अन्य एजेंसियों से भी कुछ दस्तावेज की मांग की है। धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के अंतर्गत अपनी शिकायत के तहत ईडी उन आरोपों की जांच कर रही है कि एमएससीबी के शीर्ष अधिकारी, अध्यक्ष, एमडी, निदेशक, सीईओ और प्रबंधकीय कर्मचारी तथा सहकारी चीनी फैक्टरी के पदाधिकारियों को अनुचित तरीके से कर्ज दिए गए।
एजेंसी ने कर्ज देने और अन्य प्रक्रिया में कथित अनियमितता की जांच के लिए पवार, उनके भतीजे और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार तथा करीब 70 अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था।
ईडी का मामला मुंबई पुलिस की प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें बैंक के निदेशकों, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों के नाम हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार का नाम ईडी की शिकायत में पुलिस एफआईआर के आधार पर शामिल किया गया है। यह मामला ऐसे समय दर्ज किया गया, जब राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में एक चरण में 21 अक्टूबर को विधानसभा की सभी 288 सीटों पर मतदान होगा ।
पवार ने शुक्रवार को ईडी कार्यालय के पास राकांपा कार्यकर्ताओं को नहीं आने को कहा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने शुक्रवार को उपस्थित होने का इरादा जता चुके राकांपा प्रमुख शरद पवार ने बृहस्पतिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को यहां केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय के पास नहीं आने और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि लोगों को असुविधा नहीं हो।
पवार ने बुधवार को कहा था कि वह महाराष्ट्र राज्य सहकारी (एमएससी) बैंक घोटाले के संबंध में अपने खिलाफ दर्ज धनशोधन के मामले में जांच एजेंसी के सामने पेश होंगे। पवार ने ट्वीट किया, ‘‘जैसा कि कल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मैंने कहा था कि मैं शुक्रवार 27 सितंबर को दोपहर दो बजे बलार्ड एस्टेट में मुंबई ईडी कार्यालय जाऊंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं राकांपा के सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से ईडी कार्यालय परिसर के पास जमा नहीं होने की अपील करता हूं। संविधान का सम्मान करने और संस्थाओं का आदर करने की हमारी परंपरा को ध्यान में रखते हुए मैं आपसे, पुलिस और अन्य सरकारी एजेंसियों का सहयोग करने का अनुरोध करता हूं।’’