भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आधिकारिक मुख्यमंत्री निवास खाली कर दिया है। शिवराज सिंह चौहान ने खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने ये भी बताया कि अब उनका नया पता कहां होगा। साथ ही शिवराज सिंह ने कहा कि वह लोगों की सेवा करना जारी रखेंगे।
एक्स पर शिवराज सिंह चौहान ने बताया, "मेरे प्यारे भाइयों और बहनों नमस्कार,मैं आज मुख्यमंत्री निवास से विदा ले रहा हूं, यह निवास के साथ-साथ मेरी कर्मस्थली भी रहा है। आज पता बदल रहा है, लेकिन आपके भैया, आपके मामा के दरवाजे हमेशा आपके लिए खुले रहेंगे। जनसेवा का यह संकल्प मेरे नये पते B-8, 74 बंगले से भी जारी रहेगा। जब भी आपको अपने भैया, अपने मामा की सहायता की जरूरत हो, आप बेहिचक घर पधारिये। मैं आपकी सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा, यह मैं आपको वचन देता हूँ।"
बता दें कि विधानसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत मिलने के बाद भाजपा आलाकमान ने शिवराज सिंह की जगह मोहन यादव को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था। शिवराज सिंह चौहान को मोहन यादव कैबिनेट में भी कोई पद नहीं मिला है इसलिए अब भी उनके भविष्य को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि शिवराज अब केंद्र की राजनीति में उतर सकते हैं।
मध्यप्रदेश के चार बार के मुख्यमंत्री रह चुके शिवराज सिंह चौहान पहले ही कह चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उन्हें जो भी काम देगी, वह उसे पूरा करेंगे। भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनावों में उन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में पेश नहीं किया था। चौहान ने सबसे लंबे समय, यानी 16 साल नौ महीने तक लगातार मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर रहने का इतिहास रचा।
वह 29 नवंबर 2005 को पहली बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। उनके नेतृत्व में वर्ष 2008 एवं वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत से जीत मिली थी। चौहान को एक सफल प्रशासक के साथ ही बेहद विनम्र और मिलनसार राजनेता के रूप में पहचाना जाता है। मुख्यमंत्री के रूप में वर्ष 2005 से वर्ष 2018 तक के कार्यकाल में उन्होंने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से न केवल बाहर निकाला, बल्कि इसे विकसित राज्य बनाया। सादगीपूर्ण जीवन पसंद करने वाले चौहान ने देश की राजनीति की बजाय मध्य प्रदेश की राजनीति में अपने को केन्द्रित रखा।