Madhya Pradesh Assembly Election 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को दो तिहाई से अधिक बहुमत मिल चुका है। प्रदेश की 230 विधानसभा सीट में से भाजपा ने 163 अपने नाम की। लेकिन इस परिणाम के आने के बाद कांग्रेस नेता दिग्गविजय सिंह ने ईवीएम पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
भोपाल में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने EVM को लेकर कहा, "हमने बटन दबा दिया और पता ही नहीं चला कि वोट कहां गया है। अब वीवीपैट आई है तो 7 सेकंड के लिए दिखाए जाते हैं। मूल बात यह है कि जिस मशीन में चिप लगी है उसके हैक होने की संभावना होती है"
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी चुनावों को लेकर सवाल खड़े किए। कमल नाथ ने मंगलवार को दावा किया कि कुछ विधायकों ने आज सुबह उनसे मुलाकात करके बताया कि उनके अपने गांव में उन्हें महज 50 वोट मिले हैं, भला यह कैसे संभव हो सकता है?
उन्होंने कहा, "हर कोई जानता है कि राज्य में क्या माहौल था। कुछ विधायक तो आज सुबह मुझसे मिले और बताया कि उन्हें अपने ही गांव में केवल 50 वोट मिले, भला यह कैसे संभव हो सकता है?"
बता दें कि चुनावों से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि शायद इस बार मध्य प्रदेश में भाजपा की वापसी न हो। केंद्रीय नेतृत्व ने शिवराज सिंह चौहान को सीएम का चेहरा भी घोषित भी नहीं किया था। जब परिणाम आए तो सब एक बार चौंके जरूर।
इस प्रचंड जीत के बारे में नेताओं ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान जनता, विशेषकर महिलाओं और युवाओं के बीच ‘मामा’ के रूप में बेहद लोकप्रिय हैं, जबकि ‘एमपी के मन में मोदी’ अभियान ने भी राज्य में भाजपा के लिए समर्थन मजबूत करने में मदद की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की शानदार जीत के नायक बनकर उभरे हैं। वह सबसे लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुख्यमंत्री रहे हैं।