भोपाल:मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस के बीच जमकर नूराकुश्ती हो रही है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने राज्य सरकार की ओर से आयोजित परीक्षाओं और नतीजों को लेकर छात्रों के विरोध का समर्थन किया है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निशाने पर लिया है।
दरअसल कांग्रेस ने जबलपुर में बीते बुधवार को नर्सिंग छात्रों द्वारा किये गये विरोध का समर्थन किया है। छात्र पिछले 3 साल से परीक्षाएं न कराने का आरोप लगाते हुए शिरवार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों के भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की और हल्का बल प्रयोग भी किया।
इसी मुद्दे को लेकर कमलनाथ ने शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा किया और सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर निशाना साधते हुए कहा, “शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार ने मध्य प्रदेश के युवाओं का वर्तमान और भविष्य दोनों छीन लिया है। पहले तो शिवराज सरकार ने नर्सिंग कॉलेजों में मान्यता, फैकल्टी की नियुक्ति, प्रवेश और डिग्री देने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया और अब न्याय की मांग कर रहे छात्रों पर अत्याचार कर रही है। कल प्रदेश भर के नर्सिंग कॉलेज के छात्रों ने जबलपुर में प्रदर्शन किया। अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रहे नर्सिंग छात्रों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल कर शिवराज सरकार ने अपना तानाशाही चेहरा उजागर कर दिया है।”
कमलनाथ के आरोपों का सिलसिला यहीं नहीं थमा, उन्होंने आरोपों की फेहरिश्त को बढ़ाते हुए सीएम शिवराज पर फर्जी कॉलेजों को मान्यता देने का आरोप लगाया, जिससे राज्य में नर्सिंग घोटाला हुआ।
उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर सीधा करते हुए कहा, ''मैं शिवराज जी से पूछना चाहता हूं कि शिकायतकर्ता को या अपराधी को सजा मिलनी चाहिए। असली अपराधी तो आप ही हैं। जिन छात्रों पर आप वाटर कैनन चला रहे हैं, वे पीड़ित हैं। आपने फर्जी कॉलेजों को मान्यता दी और इससे नर्सिंग घोटाला हुआ। 3 साल से परीक्षाएं न होने के कारण छात्र चिंतित हो रहे हैं और अपने भविष्य के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के छात्र आपसे पूछ रहे हैं कि इस अपराध के लिए आपको क्या सजा दी जानी चाहिए?”
कमलनाथ ने कहा, ''शिवराज जी, आपने इन छात्रों के साथ जो अन्याय और भ्रष्टाचार किया है। उसे याद रखें, मध्य प्रदेश की जनता जल्द ही इसका जवाब देगी।''
इस बीच, मध्य प्रदेश की सियासत में बेहद तेजी से बदलाव आ रहा है। बालाघाट से भाजपा के पूर्व सांसद बोध सिंह भगत ने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए विधानसभा चुनावों से पहले अपने कई समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए।
भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले भाजपा के पूर्व सांसद बोध सिंह भगत ने कहा कि भाजपा ने जनता के साथ धोखा किया है। इस कारण से उन्होंने पार्टी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पाला बदलने वाले इन नेताओं के आयाराम-गयाराम होने से सियासत में किस तरह का उबाल आता है।