जापान में मिलेगी 2 लाख भारतीयों को नौकरी, कुछ सालों में यह संख्या 8 लाख होगी
By पल्लवी कुमारी | Published: March 10, 2018 01:43 PM2018-03-10T13:43:30+5:302018-03-10T16:32:11+5:30
जापान में नौकरी पाने वाले लोगों को एक साल के भीतर स्थाई निवासी को दर्जा भी दे दिया जाएगा।
बंगलुरु, 10 मार्च; आर्ईटी (IT)विभाग में काम करने वाले लोगों के विदेश में काम करने का सुनहरा अवसर है। जापान भारत के 2 लाख भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को नौकरी देगा। सिर्फ नौकरी ही नहीं जापान में काम करने वालों को ग्रीन कार्ड भी दिया जाएगा। जापान इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (JETRO) के वाइस प्रेसिडेंट शिगेकी मेडा ने इसकी सूचना दी है। इसकी सूचना उन्होंने बंगलुरु के सेमिनार में दी।
तेजी से बढ़ रहा है जापान में इंफ्रास्ट्रक्चर
उन्होंने कहा कि जापान दो लाख भारतीय आईटी में काम करने वालों को नौकरी देगा। इसके साथ वहां रहने की पूरी व्यवस्था भी करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ हमारे संबंध काफी अच्छे हैं। इसलिए हमने भारत के लोगों को मौका देने का फैसला किया है। गौरतलब है कि जापान में आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में जापान बड़ी संख्या में जवान और तकनीकी जानकार लोगों की जरूरत है।
2030 तक यह संख्या 8 लाख तक पहुंच सकती है
वाइस प्रेसिडेंट शिगेकी मेडा ने इसकी सूचना इंडिया-जापान बिजनस पार्टनरशिप सेमिनार में दी। उन्होंने कहा इस समय जापान में 9,20,000 आईटी में प्रोफेशनल्स हैं और हमें भारत से 2,00,000 से अधिक आईटी में काम करने वाले लोगों की जरूरत है। उन्होंने इस बात का भी आश्नसन दिया है कि 2030 तक यह संख्या 8 लाख तक पहुंच सकती है।
बता दें कि दुनिया में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब लोग स्थाई निवासी के तौर पर काम कर सकेंगे। जापान में नौकरी पाने वाले लोगों को 1 साल के भीतर स्थाई निवासी को दर्जा दे दिया जाएगा।