बिहार पुलिस भर्ती परीक्षा में राज्य के विभिन्न जिलों से दूसरों के बदले परीक्षा देते हुए 10 मुन्नाभाई अरेस्ट हुए हैं। वहीं नकल करने के आरोप में 3 अभ्यर्थियों को पकड़ा गया है। केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही) ने दावा किया है कि बिहार में 550 सेंटर परीक्षा आयोजित की गई थी और यह पूरी तरह कदाचार मुक्त रहा। जानकारी के मुताबिक इस परीक्षा में 80 फीसदी से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए।
भभुआ, भागलपुर, लखीसराय, मोतिहारी, नवादा, सासाराम, बेगूसराय, वैशाली, आरा जिले में मुन्नाभाई की गिरफ्तारी हुई है। यहां कुछ केंद्रों में दूसरे लोग अभ्यर्थी की जगह परीक्षा दे रहे थे।
वहीं बिहारशरीफ के सरदार मेमोरियल कॉलेज के प्रिसिंपल उमेश कुमार को प्रशासन के निर्देश पर बिहार पुलिस ने हिरासत में लिया। प्रिंसिपल पर आरोप है कि परीक्षा हॉल में बिजली के समुचित व्यवस्था नहीं होने के चलते डीएम ने उनसे पूछताछ की, लेकिन प्रिंसिपल ने असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया।
केन्द्रीय चयन पर्षद के अध्यक्ष केएस द्विवेदी ने अभ्यर्थियों व अविभावकों से फिर अपील की है कि वह किसी जालसाज के झांसे में नहीं आएं। उन्होंने कहा, गलत तरीके से किसी अभ्यर्थी को कोई भी परीक्षा पास नहीं करा सकता। अफवाहों से बचें। अगली परीक्षा के लिए कहा कि अभ्यर्थी आखिरी क्षणों की आपाधापी से बचें। पहले ही तय सेंटर को देख लें और ठहरने की व्यवस्था आसपास में करें।