नई दिल्ली, 4 मई। उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री अनुपमा जायसवाल ने गुरुवार को एक विवादित बयान देते हुए कहा कि मच्छर काटने के बावजूद बीजेपी नेता दलितों के घर जाते हैं और खाना खाते हैं। समाज के सभी वर्गों को लाभ पहुंचाने के लिए योजनाएं बनाई जाती हैं। इसे लागू कराने और लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार के मंत्री कई क्षेत्रों में दौरा करते हैं। इसके बावजूद उन्हें सारी रात मच्छर काटते रहते हैं।
राज्य के मंत्री सुरेश राणा द्वारा दलित के घर खाना खाने के बाद उठे विवाद बाद मंत्री अनुपमा जायसवाल एक सवाल पूछा गया था जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मच्छर काटने के बावजूद बीजेपी नेता दलितों के घर खाना खाते हैं।
बता दें कि इससे पहले योगी सरकार के गन्ना विकास और जिला प्रभारी मंत्री सुरेश राणा ने भी दलित के घर खाना खाया था लेकिन उनकी इस पर काफी आलोचना हुई थी। विरोधियों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि राणा ने हलवाइयों के बनाए पालक पनीर, मखनी दाल, छोला, रायता, तंदूर, कॉफी, रसगुल्ला और बोतलबंद पानी का स्वाद चखा था।
हालांकि मंत्री सुरेश राणा ने इस बात से इनकार करते हुए कहा था कि गांव वालों ने गांव में ही खाना बनाया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्री राणा और उनके सहयोगी रात को अचानक एक दलित के घर खाने पर पहुंचे लेकिन उन्होंने बाहर से खाना और मिनरल वाटर मंगवाया क्योंकि परिवार को मंत्री के आने की सूचना नहीं थी।
इस भोज के तमाम व्यंजन, बर्तन चम्मच-कटोरी पानी की बोतलों तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। मामला सुर्खियों में आने के बाद दलित परिवार इस मामले में कहा कि उन्हें मंत्री के आने की सूचना नहीं थी, वो लो रात 11 बजे अचानक घर पहुंचे हम सब सो रहे थे उन्होंने हमें जगाया। बाहर से आया हुआ खाना खाया और चले गए।