बीजेपी विधायक का बड़ा बयान, CAA से गोरखपुर के किसी भी मुसलमान को निकाला तो दे दूंगा इस्तीफा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 14, 2020 07:59 AM2020-01-14T07:59:03+5:302020-01-14T07:59:03+5:30
वहीं, संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ पश्चिम बंगाल के कलाकार, निर्देशकों और संगीतकारों ने एक साथ आकर एक वीडियो के जरिए कहा है कि वे कोई कागजात नहीं दिखाएंगे।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश भर में बहस छिड़ी है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीजेपी के एक विधायक ने कहा कि सीएए के तहत अगर उनके निर्वाचन क्षेत्र से किसी भी मुसलमान को बाहर से निकाला तो वो इस्तीफा दे देंगे। बता दें कि राधा मोहन दास अग्रवाल 2002 से विधायक हैं।
आज तक की एक खबर के मुताबिक विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल सीएए पर अफवाहों को दूर करने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि संपर्क कार्यक्रम में कहा कि मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के मुसलमानों से आश्वासन दिया है कि सीएए के तहत अगर कोई मुसलमान बाहर जाता है तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि मैं सीएए के बारे में मुस्लिम लोगों के संदेह को दूर करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं, जो बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सताए गए गैर मुस्लिमों को नागरिकता देने के लिए है।
वहीं, संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ पश्चिम बंगाल के कलाकार, निर्देशकों और संगीतकारों ने एक साथ आकर एक वीडियो के जरिए कहा है कि वे कोई कागजात नहीं दिखाएंगे।
अदाकार धृतिमान चटर्जी, सव्यसाची चक्रवर्ती, कोंकणा सेन शर्मा, नंदना सेन और स्वास्तिका मुखर्जी, निर्देशक रूपम इस्लाम समेत 12 शख्सियतों ने वीडियो में कहा है- ‘कागोज अमरा देखाबोना।’ यानि हम कागजात नहीं दिखाएंगे । बांग्ला कलाकारों की मुखर आवाज वाला यह वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया ।
चटर्जी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हममें से कई लोग अपने आसपास की स्थिति से चिंतित हैं। हमें लगा कि सोशल मीडिया के जरिए अपने विरोध को दिखाने के लिए हमें कुछ जरूर करना चाहिए क्योंकि यह सशक्त माध्यम हो सकता है।’’ अदाकारा कोंकणा सेन शर्मा ने कहा , ‘‘धार्मिक आधार पर लोगों को बांटकर आप नहीं रह सकते। हम कागज नहीं दिखाएंगे।’’ निर्देशक सुमन मुखोपाध्याय ने कहा कि देश के छात्रों और लोगों ने विरोध का रास्ता दिखाया।