मणिपुर में जारी हिंसा के बीच फंसे यूपी के छात्रों को वापस लाएगी योगी सरकार, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 7, 2023 06:43 PM2023-05-07T18:43:17+5:302023-05-07T18:45:11+5:30
यूपी के फंसे छात्रों का कहना है कि एनआईटी में पढ़ाई करने वाले अन्य प्रदेशों के छात्र पहले ही यहां से निकल चुके हैं। उन लोगों के वहां से निकालने का कोई इंतजाम नहीं हो पाया है। अब योगी आदित्यनाथ ने हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों को मणिपुर में फंसे राज्य के छात्रों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। मणिपुर में भड़की हिंसा में यूपी के कई छात्र फंसे हैं। एनआईटी इंफाल में पढ़ने वाले छात्रों ने सीएम योगी से सुरक्षित निकालने की गुहार लगाई थी। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद, यूपी के प्रधान सचिव संजय प्रसाद ने मणिपुर के मुख्य सचिव से बात की और हर संभव मदद का अनुरोध किया।
एनआईटी इंफाल में पढ़ने वाले छात्रों ने मीडिया से संपर्क कर गुहार लगाई थी और कहा कि उन्हें हॉस्टल में केवल एक वक्त का खाना और पीने के लिए एक बोतल पानी ही दी जा रही है। सरकार के प्रवक्ता के अनुसार, प्रधान सचिव (गृह विभाग) संजय प्रसाद ने मणिपुर के मुख्य सचिव से बात की और उनसे उत्तर प्रदेश के छात्रों की मदद करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि राज्य राहत आयुक्त कार्यालय को भी मणिपुर सरकार के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया गया है।
मणिपुर में फंसे यूपी के 60 स्टूडेंट्स में से 20 छात्राएं भी हैं। यूपी के फंसे छात्रों का कहना है कि एनआईटी में पढ़ाई करने वाले अन्य प्रदेशों के छात्र पहले ही यहां से निकल चुके हैं। उन लोगों के वहां से निकालने का कोई इंतजाम नहीं हो पाया है। कैंपस में वे दहशत के माहौल में हैं। रात होते ही हॉस्टल के खिड़की-दरवाजों को बंद करने का निर्देश दिया गया है। इसने छात्रों के बीच डर के माहौल को बढ़ा दिया है।
3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद से मणिपुर में कम से कम 52 लोग मारे गए हैं। इस हालात को देखते हुए केंद्र सरकार भी सक्रिय हो गई है। अब तक कम से कम 23,000 नागरिकों को बचाया गया है और सेना और असम राइफल्स की मदद से ऑपरेटिंग बेस/सैन्य गढ़ों में ले जाया गया है।