राम मंदिर को लेकर CM योगी आदित्यनाथ करेंगे दिवाली से पहले बड़ी घोषणा, BJP ने दी जानकारी
By रामदीप मिश्रा | Published: November 2, 2018 04:51 PM2018-11-02T16:51:00+5:302018-11-02T16:51:00+5:30
राम मंदिर को लेकर उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने नया ऐलान किया है।
अयोध्या में राम मंदिर बनाने का मुद्दा फिर से उठाया जाना लगा है। पार्टियां इस मुद्दे के जरिए अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने में जुट गई हैं और आगामी चुनावों को देखते हुए हिन्दुत्व के जरिए राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश में लगी हैं। अब राम मंदिर को लेकर उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने नया ऐलान किया है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए और राम मंदिर को लेकर कहा, 'योगी जी मुख्यमंत्री के साथ-साथ बहुत बड़े संत हैं। निश्चित रूप से उन्होंने अयोध्या के लिए योजना बनाई है। दिवाली आने दीजिए, खुशखबरी की प्रतीक्षा कीजिए...मुख्यमंत्री के हांथो वो योजना सामने आएगी तो उचित होगा।'
Yogi Ji mukhyamantri ke saath-saath bahut bade sant hain. Nishchit roop se unhone Ayodhya ke liye yojana banayi hai. Diwali aane dijiye,khushkhabri ki pratiksha kijiye...Mukhyamantri ke haathon wo yojana saamne aayegi to uchit hoga:UP BJP chief Mahendra Nath Pandey on #RamMandirpic.twitter.com/DM2HWvrhZJ
— ANI UP (@ANINewsUP) November 2, 2018
आपको बता दें, इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर को लेकर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था तरह उच्चतम न्यायालय ने सबरीमला मामले में निर्णय सुनाया है उसी तरह उसे राम मंदिर मुकदमे में भी फैसला सुनाना चाहिए।
राम मंदिर मामले को भारत के लोगों की आस्था का मामला बताते हुए योगी ने कहा था कि अयोध्या में मंदिर लोगों के दिलों में बहुत महत्व रखता है। अगर उच्चतम न्यायालय सबरीमला मामले में फैसला दे सकता है तो इसे राम मंदिर मुद्दे पर भी उसे अपना आदेश देना चाहिए। मैं न्यायालय से ऐसा करने का आग्रह करता हूं।
उन्होंने यह स्पष्ट किया था कि उनके और उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के लिए राम मंदिर निर्माण कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। उनकी यह टिप्पणी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब विश्व हिंदू परिषद ने मांग की है कि सरकार को अयोध्या में विवादित स्थल पर मंदिर निर्माण के लिए संसद में एक कानून बनाना चाहिए।