जलोर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राजस्थान के भीनमाल स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में मूर्ति जीर्णोद्धार एवं अभिषेक कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि 'सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है'। उन्होंने ये भी कहा कि स्वार्थ से ऊपर उठकर हम 'राष्ट्रीय धर्म' से जुड़ते हैं। देश सुरक्षित रहता है...हमारे धार्मिक स्थलों को अपवित्र किया गया तो बहाली अभियान शुरू होता है।
उन्होंने ये भी कहा कि यदि किसी कालखंड में हमारे धार्मिक स्थलों को अपवित्र किया गया है तो अयोध्या की तर्ज पर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से 500 साल बाद भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है, उनके जीर्णोद्धार का अभियान चलाया जाना चाहिए। आप सभी भक्तों ने राष्ट्रीय भावना का प्रतिनिधित्व करते हुए भगवान राम के इस भव्य राष्ट्रीय मंदिर के निर्माण में अपना योगदान दिया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देशवासियों को अपनी विरासत का सम्मान करने और उसे संरक्षित रखने का संकल्प दिलाया। योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि भगवान नीलकंठ के मंदिर का 1400 वर्षों के बाद फिर से भव्य रूप से जीर्णोद्धार किया जाना विरासत के सम्मान और संरक्षण का एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरती धर्म, कर्म, भक्ति और शक्ति के समन्वय की केंद्र बिंदु है।
अपनी बात को जारी रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "यदि आप धर्म के वास्तविक रहस्यों को समझना चाहते हैं, तो राजस्थान आना आवश्यक है।" इस दौरान योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रुद्राक्ष रोपा।