कोरोना संकटः CM योगी आदित्यनाथ ने मजदूरों और कामगारों को दी राहत, किया एक बार फिर ये बड़ा ऐलान
By रामदीप मिश्रा | Published: May 1, 2020 11:50 AM2020-05-01T11:50:34+5:302020-05-01T11:56:46+5:30
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2211 है। कुल 551 लोग पूर्णतया ठीक हो चुके हैं जबकि अमरोहा में एक व्यक्ति की मौत के साथ ही 40 लोगों की मौत हो गई है। सबसे अधिक 14 लोगों की मौत आगरा में हुई है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2200 से अधिक हो चुकी है और लॉकडाउन के बावजूद भी संक्रमण थमता नजर नहीं आ रही है। लॉकडाउन के चलते लोगों को खासी परेशानी हो रही है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 16 श्रेणी के कामगारों को एक बार फिर राहत देने के ऐलान किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां पर निर्माण श्रमिकों, रोज कमाने वाले- ठेली, खोमचा, रेहड़ी, रिक्शा, ई-रिक्शा, कुली, ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में 16 श्रेणी के कामगारों- धोबी, मिस्त्री, मोची, नाई, कुम्हार, राजमिस्त्री आदि के लिए भरण-पोषण भत्ता देने की व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि अब तक ऐसे 30 लाख निर्माण श्रमिकों के साथ अन्य सभी श्रमिकों को ये सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आज हम एक बार फिर से अपने 30 लाख श्रमिक वर्ग को दूसरी बार भरण पोषण भत्ता की राशि जारी कर रहे हैं।
इसके अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्य में फंसा यूपी का कोई भी मजदूर या कामगार अपने राशन कार्ड नंबर का इस्तेमाल कर सकता है और वहां इसका लाभ उठा सकता है। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, तो उनके लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) के तहत भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
अब तक ऐसे 30 लाख निर्माण श्रमिकों के साथ अन्य सभी श्रमिकों को ये सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आज हम एक बार फिर से अपने 30 लाख श्रमिक वर्ग को दूसरी बार भरण पोषण भत्ता की राशि जारी कर रहे हैं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ https://t.co/LPjkPFaC2P
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 1, 2020
बीते दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि लगभग 10 लाख लोगों के लिए तत्काल पृथक-वास केंद्र, आश्रय गृह और सामुदायिक रसोई तैयार किये जाएं, जहां आने वाले प्रवासी मजदूरों को तात्कालिक रूप से रखा जा सके। पृथक-वास केंद्रों की स्थापना के लिए बड़े कॉलेजों का उपयोग किया जाए। अतिरिक्त वेंटिलेटरों की आवश्यकता होने पर पोर्टेबल वेंटिलेटर मंगाए जाएं। सभी जनपदों में इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएं ताकि प्रवासी श्रमिकों की सुगमता से जांच की जा सके। साथ ही कोविड-19 का उपचार करने में सक्षम निजी चिकित्सालयों को उपचार की अनुमति दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहारनपुर में एक प्रयोगशाला स्थापित की जानी चाहिए। प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर प्रयोगशाला स्थापित होनी चाहिए। प्रयास यह होना चाहिए कि आगामी एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश जांच क्षमता की दृष्टि से देश का नम्बर वन राज्य बन जाए। प्रदेश के कोविड चिकित्सालयों में 52 हजार बेड की व्यवस्था करते हुए इसे चरणबद्ध रूप से बढ़ाकर एक लाख बेड किया जाना है।
राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2211 है। कुल 551 लोग पूर्णतया ठीक हो चुके हैं जबकि अमरोहा में एक व्यक्ति की मौत के साथ ही 40 लोगों की मौत हो गई है। सबसे अधिक 14 लोगों की मौत आगरा में हुई है। मुरादाबाद में छह, मेरठ में पांच, कानपुर में चार, फिरोजाबाद में दो तथा अमरोहा, बरेली, बस्ती, बुलंदशहर, लखनउ, वाराणसी, अलीगढ, मथुरा और श्रावस्ती में एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। अब भी 1620 लोग इससे संक्रमित हैं।