चुनाव आयोग की ओर से लोक सभा चुनाव-2019 की तारीखों की घोषणा के साथ ही तमाम पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं। हालांकि, इस बीच चुनाव आयोग की तारीखों और जम्मू-कश्मीर में आम चुनाव के साथ विधान सभा चुनाव नहीं कराने को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। साथ ही कुछ राज्यों में पहले के मुकाबले ज्यादा चरणों में चुनाव कराने के चुनाव आयोग के फैसले को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने पूछा है कि पश्चिम बंगाल में 7 चरणों में चुनाव क्यों कराये जा रहे हैं।
साथ ही योगेंद्र ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी 4 चरणों में चुनाव कराये जाने को लेकर सवाल उठाया है। योगेंद्र ने ट्वीट कर चुनाव आयोग से पूछा है कि अगर मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव एक चरण में कराया जा सकता है तो लोक सभा चुनाव क्यों नहीं। योगेंद्र ने अपने ट्वीट में ये भी लिखा कि वे चुनाव आयोग पर कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं लेकिन ये सवाल वाजिब हैं।
योगेंद्र ने जम्मू-कश्मीर में लोक सभा चुनाव के साथ विधान सभा चुनाव नहीं कराये जाने पर भी सवाल उठाया है। जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद वहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।
चुनाव आयोग से योगेंद्र के 6 सवाल-
- ओडिशा में 4 चरण में चुनाव जबकि आंध्र प्रदेश/तेलंगाना में 1 चरण में चुनाव क्यों?
- पश्चिम बंगाल में 7 चरण में चुनाव क्यों?
- अगर मध्य प्रदेश में विधान सभा चुनाव एक दिन में तो लोक सभा चुनाव 4 चरणों में क्यों?
- बर्फीले क्षेत्रों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग तारीखों में चुनाव क्यों?
- महाराष्ट्र में 4 चरणों में चुनाव क्यों?
- जम्मू-कश्मीर में लोक सभा और विधान सभा चुनाव अलग-अलग क्यों?
बता दें कि योगेंद्र यादव ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि वह इस बार लोक सभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे। यादव ने कहा था कि लोक सभा चुनाव के महत्व को देखते हुए स्वराज इंडिया पार्टी ने तय किया है कि वह इस चुनाव की दौड़ में शामिल होने की बजाय दरी बिछाने का काम करेगी और किसान और नौजवानों के मुद्दे उठाने का काम करेगी।
चुनाव आयोग ने रविवार को आम चुनाव के तारीखों की घोषणा करते हुए बताया था इस बार 7 चरणों में कुल 543 लोक सभा सीटों के लिए 11 अप्रैल से 19 मई के बीच मतदान होंगे। सभी चरणों के मतों की गिनती एक साथ 23 मई को होगी।