Yes Bank Crisis: वित्तमंत्री ने जमाकर्ताओं को दिलाया भरोसा, कहा- आपका पैसा सुरक्षित है, ग्राहकों को नहीं होगा नुकसान
By रामदीप मिश्रा | Published: March 6, 2020 01:54 PM2020-03-06T13:54:45+5:302020-03-06T13:57:43+5:30
Yes Bank Crisis: रिजर्व बैंक ने गुरुवार को सरकार से मशविरा करने के बाद येस बैंक पर रोक लगाई और उसके निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया है। वहीं बैंक के ग्राहकों पर भी 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की रोक लगायी है। येस बैंक किसी भी तरह का नया ऋण वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नकदी संकट से जूझ रहे निजी क्षेत्र के येस बैंक (Yes Bank) पर रोक लगाते हुए उसके निदेशक मंडल को भंग कर दिया है। इसके बाद बैंक के ग्राहकों के अंदर डर बैठ गया है कि उनका पैसा डूब जाएगा। इस बार देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया के सामने आकर जमाकर्ताओं को आश्वस्त किया है कि उनका पैसै सुरक्षित है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, 'मैं सभी जमाकर्ताओं को आश्वस्त करना चाहती हूं कि उनका पैसा सुरक्षित है, मैं लगातार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के संपर्क में हूं। जो कदम उठाए गए हैं वे जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में हैं। रिजर्व बैंक ने मुझे भरोसा दिलाया है कि येस बैंक के किसी भी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होगा।'
उन्होने कहा, 'RBI गवर्नर ने मुझे आश्वासन दिया है कि इस मामले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। आरबीआई और भारत सरकार दोनों इसे देख रहे हैं, मैंने व्यक्तिगत रूप से आरबीआई के साथ कुछ महीनों तक स्थिति पर नजर रखी है और हमने वह निर्णय लिया है जो सभी के हित में होगा।'
Finance Minister on #YesBank: RBI Guv has assured me that the matter will be resolved soon. Both RBI & Govt of India are looking at this, I've personally monitored the situation for a couple of months along with RBI & we have taken the course that will be in everybody's interest. https://t.co/dkVFavgBUUpic.twitter.com/xVy1gyiop3
— ANI (@ANI) March 6, 2020
इससे पहले रिजर्व बैंक ने गुरुवार को सरकार से मशविरा करने के बाद येस बैंक पर रोक लगाई और उसके निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया है। वहीं बैंक के ग्राहकों पर भी 50,000 रुपये मासिक तक निकासी करने की रोक लगायी है। येस बैंक किसी भी तरह का नया ऋण वितरण या निवेश भी नहीं कर सकेगा।
केंद्रीय बैंक ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को येस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है। वहीं एसबीआई बोर्ड ने नकदी संकट से जूझ रहे येस बैंक में निवेश के लिए 'सैद्धांतिक' स्वीकृति दे दी है। गुरुवार को देर शाम, एसबीआई बोर्ड ने शेयर बाजारों को सूचित किया, 'येस बैंक से संबंधित मामले पर बृहस्पतिवार को बैंक के केंद्रीय बोर्ड की बैठक में चर्चा की गई और बोर्ड ने बैंक में निवेश अवसर तलाशने के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है।'
इससे पहले 2004 में ग्लोबल ट्रस्ट बैंक का ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में विलय किया गया था। 2006 में आईडीबीआई बैंक ने यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक का अधिग्रहण किया था। इससे करीब छह माह पहले रिजर्व बैंक ने बड़ा घोटाला सामने आने के बाद शहर के सहकारी बैंक पीएमसी बैंक के मामले में भी इसी तरह का कदम उठाया गया था।