Wrestlers Protest: बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आज दिल्ली पुलिस दर्ज करेगी FIR, सुप्रीम कोर्ट को किया सूचित
By रुस्तम राणा | Published: April 28, 2023 04:54 PM2023-04-28T16:54:41+5:302023-04-28T17:33:20+5:30
वहीं धरना दे रहे पहलवानों ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करना जीत की ओर पहला कदम, लेकिन विरोध जारी रहेगा। हालांकि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है।
Wrestlers Protest: दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह महिला पहलवानों द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत पर आज प्राथमिकी दर्ज करेगी। दिल्ली पुलिस का देश की शीर्ष अदालत में दिया गया यह बयान 7 महिला पहलवानों द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किए जाने के बाद आया है, जिसमें ब्रज भूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई है। बता दें कि ब्रज भूषण यूपी के कैसरगंज से भाजपा सांसद भी हैं।
सात महिला पहलवानों ने 21 अप्रैल को सांसद के खिलाफ 2012 से 2022 तक 10 साल की अवधि में यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी का आरोप लगाते हुए अलग-अलग पुलिस शिकायतें दर्ज कीं। नोटिस जारी करते हुए, भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि आरोप "गंभीर" थे। वहीं धरना दे रहे पहलवानों ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करना जीत की ओर पहला कदम, लेकिन विरोध जारी रहेगा। हालांकि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है।
Delhi police tells Supreme Court that it has decided to file an FIR over complaints by women wrestlers about alleged sexual harassment by Wrestling Federation of India President Brij Bhushan Sharan Singh. Says it will be filed today. @IndianExpress
— Ananthakrishnan G (@axidentaljourno) April 28, 2023
पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली समिति की रिपोर्ट जारी करने में सरकार की ओर से देरी का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने समिति में विश्वास की कमी और सांसद के खिलाफ कार्रवाई न होने का हवाला दिया है, जिसके लिए उन्हें जनवरी में आश्वासन दिया गया था।
उन्होंने यह भी नाखुशी व्यक्त की है कि चल रही जांच के बावजूद डब्ल्यूएफआई ने अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू कर दिया है, और आरोप लगाया है कि बृज भूषण अभी भी निर्णय ले रहे थे, इस तथ्य से प्रमाणित है कि विवाद के बाद पहला राष्ट्रीय टूर्नामेंट गोंडा में हुआ था।