दुनिया की सबसे ऊंची अंबेडकर प्रतिमा 'स्टैच्यू ऑफ सोशल जस्टिस' का आज होगा अनावरण, जानिए 206 फीट ऊंची इस प्रतिमा के बारे में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 19, 2024 09:45 AM2024-01-19T09:45:28+5:302024-01-19T09:51:09+5:30
आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार भारतीय संविधान के जनक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का आज विजयवाड़ा में अनावरण करेगी।
अमरावती: आंध्र प्रदेश की जगन मोहन रेड्डी सरकार भारतीय संविधान के जनक डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का आज विजयवाड़ा में अनावरण करेगी। डॉक्टर अंबेडकर की इस प्रतिमा को 'स्टैच्यू ऑफ सोशल जस्टिस' का नाम दिया गया है और यह जमीन से 206 फीट की ऊंचाई पर स्थित दुनिया की 50 सबसे ऊंची मूर्तियों में से एक है।
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा की सूची में सरदार वल्लभभाई पटेल की 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' शीर्ष पर है। वहीं डॉक्टर अंबेडर की यह दूसरी ऊंची मूर्ति है। इससे पहले 175 फीट की डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पड़ोसी राज्य तेलंगाना में स्थापित की गई थी।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार भारत के बाहर डॉक्टर अंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा का पिछले साल अमेरिका के मैरीलैंड में अनावरण किया गया। इस प्रतिमा का नाम 'स्टैच्यू ऑफ इक्वेलिटी' दिया गया और इसकी ऊंचाई 19 फीट है। अमेरिका में स्थापित डॉक्टर अंबेडर की इस मूर्ति को प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार ने बनाया है, जिन्होंने सरदार पटेल की भी मूर्ति बनाई थी।
अंबेडर की मूर्ति अनावरण के संबंध में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "विजयवाड़ा में हमारी सरकार द्वारा बनाया गया अंबेडकर का 206 फीट का महाशिल्पम न केवल राज्य के लिए बल्कि देश के लिए भी एक प्रतीक है।"
Presenting the ‘Statue of Social Justice’.
— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) January 17, 2024
The pride of Andhra Pradesh!
Join us on the 19th of January for the unveiling of this historic monument honouring Dr. BR Ambedkar.
A monument truly representative of the reformative social justice achieved in our government.… pic.twitter.com/ezGuMmNKcQ
डॉक्टटर अंबेडकर की 'स्टैच्यू ऑफ सोशल जस्टिस' 81 फीट की चौकी पर खड़ी की गई है। इस प्रतिमा के निर्माण में 404.35 करोड़ रुपये की लागत आई है और यह 18.81 एकड़ भूमि पर फैले हरे-भरे पार्क में स्थापित की गई है।
इस मूर्ति की सबसे खास बात यह है कि मूर्ति में इस्तेमाल किये गये कच्चे माल से लेकर डिजाइनिंग तक निर्माण कार्य पूरी तरह से 'मेड इन इंडिया' प्रोजेक्ट के तहत किया गया था और इसे बनाने में लगभग 400 टन स्टील लगा है।
अंबेडकर प्रतिमा के आसपास के क्षेत्र में स्वराज मैदान बनाया जाएगा। मूर्ति के प्रांगण में एक संगीतमय जल फव्वारा भी बनाया गया है और अंबेडकर के जीवन को प्रदर्शित करने के लिए एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है।