महिला का दावा- कोरोना संक्रमित पति हैं अस्पताल से गायब, हॉस्पिटल ने कहा- 1 मई को मौत के बाद कर दिया गया था अंतिम संस्कार

By सुमित राय | Updated: May 21, 2020 18:21 IST2020-05-21T18:21:11+5:302020-05-21T18:21:11+5:30

हैदराबाद की एक महिला ने दावा किया है कि कोविड-19 से संक्रमित उसके पति अस्पताल से गायब है, जबकि हॉस्पिटल का कहना है कि 1 मई को उनकी मौत के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया।

Woman claims her Covid-19 positive husband is missing, hospital says man cremated | महिला का दावा- कोरोना संक्रमित पति हैं अस्पताल से गायब, हॉस्पिटल ने कहा- 1 मई को मौत के बाद कर दिया गया था अंतिम संस्कार

महिला भी कोविड-19 से संक्रमित थी, जो 16 मई को ठीक होकर घर आई है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsमहिला और उसकी दो बेटियां भी कोरोना से संक्रमित थी, जिन्हें ठीक होने के बाद 16 मई को गांधी अस्पताल छुट्टी दी गई थी।अस्पताल अधिकारियों का कहना है कि 1 मई को 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।अगले दिन नगर निगम ने उनके परिवार को सूचित कर अंतिम संस्कार कर दिया।

हैदराबाद की एक महिला ने दावा किया है कि कोविड-19 से संक्रमित उसके पति हॉस्पिटल से गायब है। महिला और उसकी दो बेटियां भी कोरोना से संक्रमित थी, जिन्हें ठीक होने के बाद 16 मई को गांधी अस्पताल छुट्टी दी गई थी।

हालांकि, अस्पताल अधिकारियों का कहना है कि 1 मई को 42 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी और उसके अगले दिन ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) के अधिकारियों द्वारा उसके परिवार के सदस्यों को सूचित करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया।

हैदराबाद के वनस्थलीपुरम कॉलोनी की रहने वाली अलमपल्ली माधवी ने तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के टी रामा राव को टैग करते हुए लिखा है कि उनके पति ए मधुसूदन (42) एक राइस मिल वर्कर हैं और 16 मई को अस्पताल से छुट्टी मिलने पर उनके साथ घर नहीं आए थे।

माधवी ने मंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि उनके पति को 27 अप्रैल को राजा कोठी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में 30 अप्रैल को गांधी अस्पताल ले जाया गया था।

माधवी ने आगे दावा किया कि अस्पताल अधिकारियों ने इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए उसकी अनुमति नहीं ली थी और बॉडी की पहचान भी नहीं कराई थी। उन्होंने कोई सबूत नहीं दिया और अंतिम संस्कार के वीडियो, फोटो या उनके सामान नहीं दिखाए।

महिला ने मंत्री से शिकायत करते हुए कहा, "16 मई को जब हमें छुट्टी मिली और हमने अस्पताल के अधिकारियों से मेरे पति के बारे में पूछताछ की, लेकिन उन्होंने उचित जवाब नहीं दिया। उन्होंने पहले कहा कि वह अभी भी वेंटिलेटर पर हैं, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि वह जीवित नहीं हैं। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि मेरे पति के लापता मामले की जांच में मदद करें।"

गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर एम राजा राव ने एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि महिला के पति, जो कि तीव्र श्वसन संकट सिंड्रोम के साथ द्विपक्षीय निमोनिया से पीड़ित थे और अस्पताल में भर्ती होने के एक दिन बाद 1 मई की शाम को कोविड-19 के आगे घुटने टेक दिए।

उन्होंने आगे कहा, "प्रक्रिया के अनुसार, परिवार के सदस्यों को सूचित किया गया। प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शव को पुलिस को सौंप दिया गया और उनकी पावती ली गई। जांच करने पर ज्ञात हुआ कि जीएचएमसी द्वारा शव का अंतिम संस्कार किया गया था। सभी नियत प्रक्रियाओं का पालन किया गया।"

माधवी के परिवार के साथ सहानुभूति रखते हुए डॉक्टर राव ने कहा कि अस्पताल और डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को बदनाम करना गलत है, जो सैकड़ों कोविड-19 रोगियों का इलाज कर रहे हैं और अपने जीवन को खतरे में डाल रहे है।

माधवी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनके पति जीवित थे। वह गांधी अस्पताल अधीक्षक के उस दावे को खारिज किया, जिसमें परिवार को इस घटना के बारे में बताया गया था। उन्होंने कहा कि अस्पताल वह सबूत दिखाए, जिनसे सूचित किया गया था और सहमति या कोई आपत्ति पत्र प्राप्त किया था।

Web Title: Woman claims her Covid-19 positive husband is missing, hospital says man cremated

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