नयी दिल्ली, आठ दिसंबर बिहार विधानसभा चुनाव में विजेताओं को कुल पंजीकृत मतों में से औसतन 25.23 प्रतिशत वोट मिले।
यह बात चुनाव अधिकार समूह ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की एक रिपोर्ट में कही गई है।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को तीन चरणों में मतदान हुआ था जिसमें राजग को बहुमत मिला।
एडीआर ने एक बयान में कहा कि विजेताओं को कुल पंजीकृत मतों में से औसतन 25.23 प्रतिशत वोट मिले।
इसने कहा कि बिहार में इससे पहले 2015 के विधानसभा चुनाव में विजेताओं को कुल पंजीकृत मतों में से औसतन 25.09 प्रतिशत वोट मिले थे।
एडीआर ने कहा कि तीन विजेताओं को 200 से भी कम मतों से जीत मिली है।
इसने कहा कि 243 विजेताओं में से 26 महिलाएं हैं और इनमें से सबको 27 प्रतिशत तथा इससे अधिक मत मिले।
विधानसभा चुनाव 2020 में पड़े 4,21,37,619 मतों में से 7,06,252 (1.68 प्रतिशत) वोट नोटा के लिए पड़े। वहीं, 2015 के विधानसभा चुनाव में पड़े 3,81,20,124 मतों में से 9,47,279 (2.48 प्रतिशत) वोट नोटा के लिए पड़े थे।
निर्वाचन आयोग कोई उम्मीदवार पसंद नहीं होने की स्थिति में ईवीएम में ‘नोटा’ का बटन दबाने का विकल्प 2013 में लेकर आया था।
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