विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के पिता ने कहा- बालाकोट में मारे गए 300 आतंकी, बताया पूरा प्लान
By विकास कुमार | Published: April 4, 2019 08:51 PM2019-04-04T20:51:35+5:302019-04-04T21:02:12+5:30
सिम्हाकुट्टी वर्तमान ने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तान के F-16 विमान और अमराम मिसाइल थे. विंग कमांडर अभिनंदन के पिता के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान का ध्यान भटकाने के लिए अपने 7 मिराज-2000 विमानों को बहावलपुर की तरफ भेजा जहां जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर है.
विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के पिता ने आइआइटी मद्रास के डिफेंस स्टडीज के छात्रों को बुधवार को बताया कि बालाकोट में भारतीय वायु सेना के एयरस्ट्राइक में 250 से 300 आतंकी मारे गए थे. उन्होंने साथ ही कहा कि यह उनके द्वारा किया गया स्थित का आंकलन है, और आने वाले चंद महीनों में सटीक जानकारी सामने आ जाएगी. सिम्हाकुट्टी वर्तमान विंग कमांडर अभिनंदन के पिता हैं. और रिटायर्ड एयर मार्शल हैं.
उन्होंने कहा कि वायु सेना द्वारा एयरस्ट्राइक तब किया गया जब अधिकतर आतंकी कैंप के भीतर थे. इकॉनोमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि इस हमले के लिए स्पाइस-2000 लेज़र गाइडेड बम का इस्तेमाल किया गया था. रिटायर्ड एयर मार्शल के मुताबिक, ढांचागत नुकसान ज्यादा भले ही नहीं हुआ हो लेकिन बम के फ्यूज में हुई देरी से अधिकतम क्षति सुनिश्चित की गई थी.
सिम्हाकुट्टी वर्तमान ने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती पाकिस्तान के F-16 विमान और अमराम मिसाइल थे. अभिनंदन के पिता के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान का ध्यान भटकाने के लिए अपने 7 मिराज-2000 विमानों को बहावलपुर की तरफ भेजा जहां जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर है.
पाकिस्तान ने भी अपने विमान उसी ओर भेजे लेकिन ठीक उसी समय भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट में हमले के लिए बाकी विमानों को भेज दिया गया. जिससे पाकिस्तान पूरी तरह चूक गया. अभिनंदन वर्तमान के पिता का बयान वायु सेना के सटीक प्लानिंग से हमें परिचित कराता है. उनके मुताबिक इस पूरे हमले में सिविलियन को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो इसको लेकर पूरी एहतियात बरती गई.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमने 1971 वॉर के बाद पहली बार एलओसी को क्रॉस किया.
हाल ही में आई द प्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बालाकोट में वायु सेना द्वारा किए गए एयरस्ट्राइक में 4 स्पाइस-2000 बम बिल्कुल अपने निशाने पर गिरे थे और उपग्रह द्वारा ली गईं तस्वीरें इसका प्रमाण है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि कूल 6 बम गिराए गए थे. स्पाइस-2000 बम का कूल भार 990 किजी होता है जिसमें विस्फोटक 95 किलोग्राम होता है.