अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी बताने वाले विकिपीडिया पेज पर केंद्र सरकार ले सकती है एक्शन
By रुस्तम राणा | Published: September 5, 2022 06:19 PM2022-09-05T18:19:02+5:302022-09-05T18:19:02+5:30
इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, भारत में संचालित कोई भी मध्यस्थ इस प्रकार की गलत सूचना और उपयोगकर्ता को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर किए गए प्रयासों की अनुमति नहीं दे सकता है।
नई दिल्ली: टीम इंडिया के बायें हाथ के गेंदबाज अर्शदीप सिंह को खालिस्तानी जोड़ने वाले संपादित विकिपीडिया पेज मामले को केंद्र ने सरकार ने गंभीरता से लिया है। सूत्रों के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस मामले पर ध्यान दिया है और वह इसके खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर सकता है।
सोमवार को इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, भारत में संचालित कोई भी मध्यस्थ इस प्रकार की गलत सूचना और उपयोगकर्ता को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझकर किए गए प्रयासों की अनुमति नहीं दे सकता है। यह सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट की हमारी सरकार की अपेक्षाओं का उल्लंघन है।
The Ministry of Electronics and Information Technology has taken note of the edited Wikipedia page linking cricketer Arshdeep Singh to Khalistan; MeitY is expected to initiate action on Wikipedia: Sources https://t.co/VkoKqfzh9c
— ANI (@ANI) September 5, 2022
No intermerdiary operatng in India can permit this type of misinformation n deliberate efforts to incitement n #userharm - violates our govts expectation of Safe & Trusted Internet #wikipedia@GoI_MeitY#SafeTrustedInternetpic.twitter.com/Qm6HdppM1k
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) September 5, 2022
इससे पहले मंत्रालय ने इस मामले में विकिपीडिया के अधिकारियों को समन जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। दरअसल, रविवार को हुए एशिया कप 2022 में भारत-पाकिस्तान के मैच के बाद अर्शदीप सिंह के विकिपीडिया पेज पर कई बदलाव किए गए थे जो सार्वजनिक तौर पर नजर भी आ रहे थे। हालांकि बाद में इसे सुधारा गया था।
23 साल के अर्शदीप सिंह से रविवार को एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाड़ी आसिफ अली का कैच छूट गया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स उन पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया था। विकिपीडिया और सोशल मीडिया पर उनके खालिस्तान से जुड़े होने की बात लिखी गई।