Who IS Saurabh Bhardwaj Delhi CM swearing-in ceremony LIVE: आप नेता सौरभ भारद्वाज ने आतिशी नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार में मंत्री पद की शपथ ली। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और ग्रेटर कैलाश सीट से तीन बार के विधायक सौरभ भारद्वाज को मुख्यमंत्री आतिशी की अध्यक्षता वाली नई मंत्रिपरिषद में भी जगह मिली है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके राजनीति में आए भारद्वाज दिसंबर 2013 में 49 दिन की अरविंद केजरीवाल सरकार में परिवहन और पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी थे। हालांकि, 2015 में जब ‘आप’ फिर से सत्ता में आई तो उन्हें हटा दिया गया।
भारद्वाज (44) को ‘आप’ का पुरजोर बचाव करने और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर भाजपा पर तीखे हमले करने के लिए जाना जाता है। उनकी प्रसिद्धि का एक कारण 2017 में दिल्ली विधानसभा में ‘डमी मशीन’ के माध्यम से ईवीएम से छेड़छाड़ की संभावना को साबित करने की उनकी कोशिश भी है।
साल 2020 के चुनावों में ‘आप’ की जीत के बाद केजरीवाल सरकार के तीसरे कार्यकाल में मार्च 2023 में वह फिर से मंत्री बने। वह केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास, पर्यटन, कला संस्कृति, उद्योग और बाढ़ नियंत्रण विभाग संभाल रहे थे। केजरीवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। भारद्वाज कानून की पढ़ाई भी कर चुके हैं।
वह 2005 में अपनी इंजीनियर की नौकरी छोड़कर सामाजिक कार्यों में जुट गए थे। केजरीवाल और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ आंदोलन के समय के उनके सहयोगी रहे व्यक्तियों द्वारा पार्टी बनाने और 2013 में विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद वह पार्टी में शामिल हो गए। ‘आप’ नेता के रूप में अपने पहले चुनाव में उन्होंने 2013 में ग्रेटर कैलाश निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के वरिष्ठ नेता वी.के. मल्होत्रा के बेटे को हराया था।
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने शनिवार को दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की। वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। यहां राजनिवास में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वी. के. सक्सेना ने आतिशी को शपथ दिलाई। एलजी ने आतिशी के अलावा पांच मंत्रियों सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इस सप्ताह के प्रारंभ में आतिशी को आप के विधायक दल का नेता चुना गया था।
इससे पहले केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की अप्रत्याशित घोषणा की थी और कहा था कि यदि लोग उन्हें ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’ देते हैं तो ही वह मुख्यमंत्री पद पर लौटेंगे। शपथ ग्रहण से पहले आतिशी और उनके मंत्रिमंडल में हिस्सा बनने वाले नेताओं ने यहां आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भेंट कीं। आतिशी, आप नेताओं गोपाल राय, कैलाश गहलोत शपथ ग्रहण से पूर्व यहां सिविल लाइंस में केजरीवाल के निवास पर पहुंचे थे।